देहरादून: राजधानी देहरादून में तकनीकी संस्थानों से संबंधित प्रशासकीय परिषद की 34वीं बोर्ड बैठक में डॉ. एके गौतम के खिलाफ मुकदमा चलाने और सहायक प्रोफेसर डॉ. सरिश चंद्रवंशी के खिलाफ हाईकोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति दी गई है. बोर्ड बैठक के दौरान इंजीनियरिंग संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक इंजीनियरिंग, डाटा साइंस और गेमिंग एनीमेशन के डिग्री कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया.
तकनीकी संस्थानों से संबंधित प्रशासकीय परिषद की 34वीं बोर्ड बैठक में डॉ. एके गौतम के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा डॉ. सरिश चंद्रवंशी के खिलाफ भी हाईकोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति दी गई. घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की आत्महत्या मामले में पहले ही तत्कालीन विभागध्यक्ष डॉ. एके गौतम को हटाकर पिथौरागढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज में सम्बद्ध किया गया था. इसके बाद पौड़ी जिलाधिकारी के स्तर पर भी इस मामले में अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित की गई थी.यह मामला मई 2023 का है, जब सहायक प्रोफेसर मनीषा भट्ट ने अलकनंदा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
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प्रकरण में विभागाध्यक्ष एके गौतम द्वारा सहायक प्रोफेसर का उत्पीड़न किए जाने की बात सामने आई. इसके बाद मामले की जांच की गई. जांच में इस बात की पुष्टि की गई थी सहायक प्रोफेसर मनीषा भट्ट का काफी समय से उत्पीड़न किया जा रहा था, उन्हें तमाम विभागीय कार्यों में परेशान किया गया. जांच में यह बातें सामने आने के बाद तत्कालीन निदेशक और विभागाध्यक्ष को हटा दिया गया था. वहीं मामला 33वीं बोर्ड बैठक में भी रखा गया था और इसी बैठक के पुष्टिकरण के आधार पर 34वीं बोर्ड बैठक में अनुमति देने का फैसला लिया गया है.
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इसके अलावा बोर्ड की बैठक में इंजीनियरिंग संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक इंजीनियरिंग, डाटा साइंस और गेमिंग एनीमेशन में डिग्री कोर्स उपलब्ध कराने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया गया है. दरअसल इंजीनियरिंग संस्थानों में ऐसे कोर्स आगे बढ़ाए जाने की कोशिश की जा रही है, जिनकी बाजार में ज्यादा डिमांड है और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सकता है.
जानिए क्या है मामलाः डॉ. मनीषा भट्ट जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग में अप्रैल 2019 से असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सेवारत थी. असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मनीषा भट्ट ने 25 मई 2023 को डॉ. मनीषा ने संस्थान परिसर घुड़दौड़ी से श्रीनगर आकर नैथाणा पुल से अलकनंदा नदी में छलांग लगा दी थी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची एसडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर उन्हें नदी से बाहर निकाला. जिसके बाद मनीषा भट्ट को बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया. जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
जिसके बाद 26 मई 2023 को मृतका डॉ. मनीषा भट्ट के पति संदीप भट्ट ने पुलिस को संस्थान के तत्कालीन कार्यवाहक निदेशक प्रो. वाई सिंह और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के तत्कालीन एचओडी प्रो. एके गौतम पर पत्नी के मानसिक उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था. मामले में कोतवाली पौड़ी में तत्कालीन कार्यवाहक निदेशक प्रो. वाई सिंह और एचओडी प्रो. एके गौतम के खिलाफ असिस्टेंट प्रोफेसर को आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था. तकनीकी शिक्षा विभाग ने निदेशक व एचओडी पर मुकदमा दर्ज होते ही उन्हें 27 मई 2023 को तत्काल प्रभाव से पदों से हटा दिया गया था.