रांची: हजारीबाग लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. कांग्रेस ने इस सीट पर बीजेपी से आए जयप्रकाश भाई पटेल यानी जेपी पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने वर्तमान सांसद जयंत सिन्हा का टिकट काटकर विधायक मनीष जायसवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है. क्या जयप्रकाश भाई पटेल बीजेपी के लिए बेहद मजबूत सीट मानी जानी वाली हजारीबाग से मनीष जयसवाल को चुनौती दे पाएंगे? कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल ने इस सवाल का जवाब दिया है.
'आमलोग कांग्रेस की प्राथमिकता'
जयप्रकाश भाई पटेल कहते हैं कि हजारीबाग की जनता ने इस बार बीजेपी की जगह जेपी को लोकसभा भेजने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने पांच न्याय और 25 गारंटी को न्याय पत्र में शामिल कर यह स्पष्ट कर दिया है कि आम लोग उसकी प्राथमिकता हैं.
उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस की पांच गारंटी पर भरोसा करेगी, वहीं हजारीबाग में कांग्रेस की गारंटी के साथ-साथ बीजेपी नहीं बल्कि जेपी का नारा चलेगा. जेपी पटेल ने हजारीबाग के पूर्व सांसद और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को अपना अभिभावक बताया. उन्होंने कहा कि अभिभावक का आशीर्वाद हमेशा उनके बच्चों के साथ रहता है.
'4 जून का करें सभी इंतजार'
बीजेपी नेताओं द्वारा जेपी पटेल की हजारीबाग में करारी हार की भविष्यवाणी और कांग्रेस में शामिल होने को डूबती नाव पर सवार होने के बयान पर भी जेपी पटेल ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि समय ही बताएगा कि डूबती नाव पर कौन सवार है. सभी को 4 जून का इंतजार करना चाहिए.
झारखंड आंदोलन के नेता टेकलाल महतो के बेटे जेपी पटेल पहले झामुमो में थे. मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के पहले कार्यकाल के दौरान सरकार में वे पेयजल और स्वच्छता मंत्री थे. बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए और मांडू से विधायक बने. बीजेपी ने उन्हें विधानसभा में पार्टी का सचेतक भी बनाया. लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा के बाद जेपी पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस ने उन्हें हजारीबाग से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है.