नई दिल्ली/गाजियाबाद: डासना देवी मंदिर के बाहर सड़क पर लोगों के इकट्ठा होने की बात सामने आई. हालांकि, पुलिस द्वारा इस मामले में बयान जारी कर कहा गया है कि मंदिर के बाहर सड़क पर कुछ लड़के शोर मचा रहे थे, जिन्हें पुलिस द्वारा सड़क से हटा दिया गया. इसके बाद से मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
पुलिस के मुताबिक, डासना मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में हालात पूर्ण रूप से सामान्य हैं. मंदिर के आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और कहा गया है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दिनांक 04.10.2024 को डासना मंदिर पर कुछ लडको द्वारा मंदिर के बाहर हल्ला किया जा रहा था जिनको पुलिस बल द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए खदेड़ दिया गया था । मंदिर परिसर के आस-पास पूर्णतः शान्ति बनी हुई है । वहाँ पर और अधिक पुलिस बल लगा दिया गया है ।(1/2)@Uppolice pic.twitter.com/ubk92VFUAR
— POLICE COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@ghaziabadpolice) October 4, 2024
ऐसे खड़ा हुआ विवाद: बता दें, महंत यति नरसिंहानंद पर आरोप है कि उन्होंने एक कार्यक्रम में ऐसा बयान दिया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं. इसी के चलते गाजियाबाद के सिहानीगेट थाना क्षेत्र में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ एक नई एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर की कॉपी को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया व्हाट्सऐप ग्रुप पर साझा की है.
शिकायत के अनुसार, 29 सितंबर, 2024 को गाजियाबाद के लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में एक सेवा संस्थान की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती भी उपस्थित थे. आरोप है उन्होंने वहां अपने वक्तव्य में धर्म विशेष के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया.
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