नई दिल्ली: राजधानी में बिजली के दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ पॉश इलाके के लोग भी सड़कों पर उतरने लगे हैं. इसी क्रम में ग्रेटर कैलाश इलाके में रहने वाले लोगों ने रविवार को बीएसईएस दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. आमतौर पर यहां के लोग किसी बढ़ोतरी के खिलाफ कम ही आवाज उठाते हैं. यहां पर ज्यादातर लोगों के बिल लगभग तीन गुना ज्यादा बढ़कर आ रहा है.
प्रदर्शन में आए लोगों ने कहा कि शीला दीक्षित सरकार के 15 सालों में ऐसी बिजली की बढ़ोतरी कभी नहीं देखी गई. पहले यही अरविंद केजरीवाल शीला दीक्षित के खिलाफ पहले नारेबाजी करते थे, लेकिन सरकार बनाने के बाद यही बिजली कंपनियों के साथ मिलकर दामों में बढ़ोतरी करने लगे हैं. वहीं बिल में हिडेन चार्ज को लेकर के भी सवाल उठाया गया. उन्होंने कहा कि जिस तरह हिडेन चार्जेज में सर्विस चार्ज, पेंशन चार्ज आदि लगाए जा रहे हैं, यह बेहद गलत है. सरकार को इन बढ़े हुए दामों की तरफ ध्यान देना चाहिए.
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इस दौरान सीनियर सिटिजन बृज वाही ने कहा कि बिजली की जो दरें बढ़ाई गई हैं, वो बिल्कुल बोगस हैं और आपने बिना किसी कारण के इसे बढ़ाया है. इसे जल्द से जल्द वापस लिया जाना चाहिए. वहीं, ग्रेटर कैलाश की रहने वाली भावना ने कहा कि सरकार हर रोज कोई ना कोई टैक्स लगा रही है. ऐसा कब तक चलेगा. क्योंकि हम टैक्स भर सकते हैं, इसका ये मतलब नहीं है कि आप हमारे उपर इसका बोझ बढ़ा दें. कई सारे सीनियर सिटीजन आज हमारे साथ आए हैं जिनका बिल काफी अधिक आ रहा है. यह जायज नहीं है.
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