सिरमौर: बहुचर्चित हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के मामले के बाद से सिरमौर पुलिस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब चोरी के एक मामले में पीड़ित परिवार सहित ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं.
चोरी की यह घटना पुलिस थाना सदर नाहन के अंतर्गत करीब 9 महीने पहले बनकलां पंचायत के शंभूवाला गांव में सामने आई थी. इस मामले में पीड़ित परिवार ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जिला मुख्यालय नाहन में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की.
पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लाखों रुपये की चोरी को हजारों में दिखाने और चोरों को दबोचने के बाद रिकवरी न करने, चोरों के प्रति नरम रूख अपनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं.
दिल्ली गेट से लेकर डीसी कार्यालय तक रोष प्रदर्शन करते हुए पीड़ित व ग्रामीणों ने इस मामले में डीसी सिरमौर को शिकायत पत्र सौंप मामले में हस्तक्षेप कर न्याय की गुहार लगाई है. मीडिया से बातचीत करते हुए पीड़ित सुमेर चंद सहित मोहन ने बताया कि सितंबर 2023 में उसके घर चोरी हुई थी, जिसको लेकर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई. उनके घर 10 लाख रुपये के करीब सोने-चांदी के गहनों व 50 हजार रुपये की नकदी अज्ञात चोरों द्वारा उड़ाई गई, लेकिन पुलिस ने इस चोरी को शिकायत में केवल 96 हजार रुपये का दर्शाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पहले पुलिस ने मामला लटका कर रखा.
इसके बाद पुलिस ने मामले में संलिप्त दो चोरों व सोने के गहने खरीदने वाले सुनार को दबोचा, लेकिन अभी तक चोरी सामान की कोई रिकवरी नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि पुलिस का मामले में संलिप्त चोरों के प्रति नरम रुख है. उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
वहीं, लोगों के साथ पहुंची ग्राम पंचायत बनकलां की प्रधान रजनी देवी ने कहा उक्त चोरी का मामला 9 महीनों से पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष लगातार उठाया जा रहा है. मामले में पुलिस की ओर से चोरों के प्रति नरम रुख और सुस्त कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा लाखों की चोरी में पुलिस ने पीड़ित परिवार को कोई रिकवरी नहीं दी है. पीड़ित परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है. उन्होंने बताया कि डीसी सिरमौर को एक लिखित शिकायत सौंप मामले में जल्द उचित कार्रवाई करने व रिकवरी की गुहार लगाई गई है.
इस मामले में एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा चोरी का यह मामला पिछले वर्ष का है, जिसमें आरोपियों के साथ-साथ उस व्यक्ति को भी दबोच लिया गया है जिसे चोरी का सामान बेचा गया था. उन्होंने कहा आरोपियों को पहले उत्तराखंड पुलिस ने पकड़ा था, क्योंकि आरोपी पहले भी कई चोरियों में संलिप्त रहे.
उत्तराखंड पुलिस द्वारा सामान रिकवर होने के चलते संभवतः संबंधित पीड़ित के सामान की रिकवरी को लेकर कुछ दिक्कत हुई लेकिन स्थानीय पुलिस ने करीब डेढ़ लाख के आसपास फिर भी रिकवर किया है. उन्होंने बताया कि आरोपी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं और रिकवरी को लेकर पुलिस लगातार प्रयास कर रही है, जिसको लेकर निर्देश भी दिए गए हैं.
वहीं, 10 लाख रुपये के गहनों की चोरी को 96 हजार रुपये के दिखाने के सवाल पर एसपी ने कहा "शिकायतकर्ता ने जितना शिकायत में लिखवाया होगा. उसी के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज की गई होगी लेकिन फिर भी इस मामले में थाना सदर के एसएचओ ही अधिक जानकारी दे सकेंगे."