सिरमौर: सिरमौर जिला के राज्य सहकारी बैंक की नौहराधार शाखा में हुए बहुचर्चित करोड़ों रूपए के घोटाले मामले में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. शुक्रवार को स्थानीय व्यापार मंडल, खाताधारकों व क्षेत्रवासियों समेत राजनीतिक दलों से जुड़े प्रतिनिधियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. आक्रोश रैली के दौरान स्थानीय बाजार में जुटे क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 'लोगों का पैसा लौटाना होगा, वरना रोजाना धरना होगा' जैसे नारे लगाकर अपना रोष जाहिर किया. इंद्रपाल, सुरेंद्र, इंद्र सिंह, रविंद्र समेत कई खाताधारकों ने कहा कि बैंक में जमा लोगों की पूंजी की सुरक्षा का जिम्मा भी प्रबंधन का है. भरोसे के साथ लोगों ने बैंक में अपनी जीवनभर की कमाई जमा की थी. बावजूद इसके बैंक ने ही उनके साथ धोखाधड़ी की है. अब उनके पास पैसा नहीं बचा है. इससे उनको अपने परिवार के पालन-पोषण की चिंता सता रही है. कई लोगों को अपने बच्चों की फीस भरनी है. कई लोगों ने मकान का कार्य शुरू किया है. इस कार्य के लिए ठेकेदार को लाखों रुपये की पेमेंट करनी है. लोगों की दैनिक जरूरतों समेत अन्य चीजों के लिए पैसा चाहिए. लोग बार-बार बैंक के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं. लेन-देन न होने से लोग परेशान हैं. सरकार को चाहिए कि इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई अमल में लाए.
आक्रोश रैली के दौरान लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बैंक के प्रबंध निदेशक को निलंबित करने और चेयरमैन का इस्तीफा लेने की मांग भी की. इस दौरान लोगों ने बैंक अधिकारियों का घेराव भी किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस घोटाले के मुख्य आरोपी को अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है. ऐसे में कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में जल्द से जल्द उपभोक्ताओं की जमा पूंजी लौटाने की मांग की. साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो रोजाना धरना प्रदर्शन किए जाएंगे.
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