दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में गर्मी के मौसम में आंधी तूफान और बारिश ने लोगों को लू के थपेड़ों से बचा लिया. बेमौसम हुई बारिश से शहर का तापमान गिर गया लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ गई है. अचानक बारिश और ओलावृष्टि की वजह से दुर्ग जिले में मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. लोग ज्यादातर सर्दी और खांसी से पीड़ित हो गए हैं. अस्पतालों में भीड़ बढ़ने लगी है.
कैसे दुर्ग शहर में तापमान लुढ़का: दुर्ग जिले की बात करें तो यहां आठ अप्रैल तक बेहद तेज गर्मी पड़ रही थी. उसके बाद पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम ने अचानक करवट ली. बारिश और ठंड एक साथ शुरू हो गई. बीते चार दिनों से धूल भरी आंधी का दौर भी चल रहा है. रुक रुककर बारिश हो रही है जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. बारिश और अंधड़ की वजह से लोग बीमार भी पड़ रहे हैं.
बुजुर्ग और बच्चे ज्यादा हो रहे बीमार: जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है वे लोग ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं. सबसे ज्यादा सर्दी और खांसी का असर बुजुर्ग और बच्चों पर दिख रहा है. डाक्टर इसे मौसम का प्रभाव बता रहे हैं. दुर्ग के निजी और सरकारी अस्पतालों में भीड़ बढ़ती जा रही हैं.
"दुर्ग और सुपेला के अस्पतालों में लोगों की भीड़ बढ़ी है. औसतन 100 से 150 मरीज रोजाना आ रहे हैं. हम लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं.बुजुर्ग एवं बच्चे इसकी चपेट में जल्दी आ रहे हैं. सर्दी खांसी की शिकायत होती है, सभी से अपील है कि गरम-गरम खाना खाएं, गर्म पानी पीएं और बाहर का खाना ना खाएं": डॉक्टर पियाम सिंह, प्रभारी, लाल बहादुर शासकीय अस्पताल सुपेला
दुर्ग का स्वास्थ्य महकमा लोगों से एहतियात बरतने की अपील कर रहा है. ऐसे में ईटीवी भारत भी आप लोगों से सतर्क रहने की अपील करता है. ताकि बीमारी से बच सकें.