मंडी: जिला प्रशासन द्वारा मंडी शहर में किया गया व्यवस्था परिवर्तन लोगों को रास नहीं आ रहा है. दरअसल मंडी शहर के बीचों बीच स्कोड़ी चौक से बस स्टॉप को बंद करके कहीं और शिफ्ट कर दिया गया है. जिसका मंडी शहर के लोग विरोध कर रहे हैं. लगभग 4 महीने पहले प्रशासन ने मंडी शहर के स्कोड़ी चौक से बस स्टॉप को बंद कर दिया था. तभी से जनता प्रशासन के इस फैसले के विरोध में है.
लोगों को नहीं भाए नए बस स्टॉप
हालांकि 13 अक्टूबर को जनता के विरोध के चलते जिला प्रशासन ने एक हफ्ते ट्रायल के बाद स्कोड़ी चौक की जगह दो नए बस स्टॉप बनाए हैं. जिसके तहत रिवासर व कोटली की ओर से आने वाली सवारियों को जेल रोड़ स्थित सिनेमा चौक पर उतारा जा रहा है. वहीं, जाने वाली सवारियों को स्कूल बाजार से बैठाया जा रहा है. हालांकि लोगों को ये दोनों ही नए बस स्टॉप नहीं भा रहे हैं.
सदोह की स्थानीय निवासी सुनीता ठाकुर और रजनी का कहना है, "प्रशासन आए दिन नए-नए बस स्टॉप बना रहा है. कई लोगों को पता ही नहीं होता है कि बस कब कहां रुकेगी. बहुत से लोगों की आए दिन इसके कारण बस छूट जाती है. बस स्टॉप भी दूर-दूर बनाए गए हैं. जिससे लोगों को आने-जाने में और ज्यादा मुश्किलें हो रही है. इतनी दूर से वापस बाजार में आना भी संभव नहीं हो पता है."
प्रशासन के फैसले से लोग नाराज
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कोड़ी चौक से बस स्टॉप बंद करने के बाद आए दिन जिला प्रशासन द्वारा नई-नई जगह बस स्टॉप बनाए जा रहे हैं. जिससे सवारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि स्कूल बाजार और सिनेमा चौक पर जो नए बस स्टॉप बनाए गए हैं, वो बिल्कुल भी सुविधाजनक नहीं है. साथ ही जिस सिनेमा चौक के पास बस से सवारियां उतारी जा रही हैं, वो पॉइंट भी बहुत ज्यादा तंग है. जिससे उस जगह पर दुर्घटना होने का अंदेशा हमेशा बना रहता है.
स्थानीय दुकानदार डिम्पल ठाकुर का कहना है, "प्रशासन द्वारा जो नए बस स्टॉप बनाए गए हैं, वो बिल्कुल भी सुविधाजनक नहीं है. स्कूल बाजार में स्कूल के सामने ही बस स्टॉप बना दिया है. वहां और भी गाड़ियां खड़ी रहती हैं, जिससे बार-बार ट्रैफिक जाम होता है. यहां के स्थानीय दुकानदार और लोग भी इस बस स्टॉप पर आपत्ति जाहिर कर रहे हैं. प्रशासन को दोबारा स्कोड़ी चौक पर ही बस स्टॉप बनाना चाहिए और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करनी चाहिए, जिससे जाम की समस्या न हो."
वहीं, मंडी के समाजसेवी राजेश कपूर ने बताया कि तुंगल क्षेत्र की 18 पंचायतों के अलावा रिवालसर की ओर से आने वाले सैंकड़ों लोगों को स्कोड़ी चौक बस स्टॉप का फायदा मिल रहा था. इन दोनों क्षेत्रों से 80 प्रतिशत के करीब लोग आज भी बसों में ही सफर करते है, लेकिन जिला प्रशासन ने इस बस स्टॉप को बंद कर इन लोगों को इधर-उधर धक्के खाने के लिए मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस स्टॉप को बहाल करने के लिए पहले भी उन्होंने आवाज उठाई थी और प्रदर्शन के जरिए स्कोड़ी चौक बस स्टॉप को बहाल करने की अपील की थी.
समाजसेवी राजेश कूपर ने कहा, "क्या कारण हैं कि जनता की मांग पर भी इस बस स्टॉप को बहाल नहीं किया जा रहा है. जब तक यह बस स्टॉप बहाल नहीं हो जाता, प्रशासन के साथ लड़ाई जारी रहेगी. स्कोड़ी बस स्टॉप को बहाल करने के लिए आने वाले समय में अगर चक्का जाम करने की स्थिती बनती है तो इसके लिए भी तैयार हैं. इसके बाद भी अगर प्रशासन नहीं मानता है तो हम भूख हड़ताल और अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे."