सीकर: राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने बुधवार को सीकर में एक बार फिर भाजपा और भजनलाल सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि 9 महीने में प्रदेश की भाजपा सरकार ने एक भी पैसे का काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि बेईमान लोगों को पकड़िए, लेकिन सभी को बदनाम मत कीजिए. आप कौन से चीन के साहूकार हो. आपका इतिहास देखा है कि बंगारू लक्ष्मण 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए. केंद्र में 14 मंत्रियों को हटाया गया था.
डोटासरा ने कहा कि इस सरकार का कोई भी विजन नहीं है. भाजपा के लोग केवल नफरत फैलाने का काम करते हैं. किसी को बदनाम करने के लिए कितनी भी बड़ी साजिश रच सकते हैं. इन लोगों के पास केवल एक ही काम है, कांग्रेस को बदनाम करना. डोटासरा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति इंटरव्यू देने जाता है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह बेईमान है. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं, लेकिन अब पहले वाली बात नहीं रही है.
पहले वो किसी से भी आंख नहीं मिलाते थे, घमंड में रहते थे. अपनी मर्जी से किसी के पास भी ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स वालों को भेज देते थे. जब मर्जी आई उसी सरकार को गिरा देते थे. पहले मोदी लोकसभा में नहीं आते थे और आते थे तो केवल कांग्रेस को गालियां देते थे, लेकिन अब नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी सदन में बैठे हैं तो मोदी की नजरें झुकी रहती हैं.
पीसीसी चीफ ने कहा कि मुख्यमंत्री कब कौन सा भाषण देते हैं, पता नहीं. इनका तो भगवान ही मालिक है. इनकी बात का ज्यादा गौर मत करना, क्योंकि यह नए हैं. इनके पास जो पर्ची दिल्ली से आती है, केवल उसे पढ़ देते हैं. कहीं पर भी जाते हैं तो सीएमआर से जो पर्ची आती है वो बोल देते हैं और शाम को घर आ जाते हैं. डोटासरा ने कहा कि सीएम ने हजारों की भर्ती करने की घोषणा की थी, लेकिन एक भी वैकेंसी नहीं निकली है. सभी भर्तियां पुरानी हैं, जिनकी हमने वैकेंसी निकाली थी. किरोड़ीलाल मीणा को लेकर भी डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री क्यों गले में जीवित सांप लेकर घूम रहे हैं.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' स्व. श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) October 2, 2024
आज सीकर में आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए एवं उनके अमिट योगदान का स्मरण किया। pic.twitter.com/khYY8RRAsG
किरोड़ीलाल जी मीणा कहते हैं कि मुख्यमंत्री जी मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लो, लेकिन ऐसी कौन सी मजबूरी है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा. सरकार का ही आदमी उनसे छुटकारा पाना चाहता है. उनके नेतृत्व में विश्वास नहीं है. डोटासरा ने कहा कि वर्तमान में कई अधिकारी ऐसे हैं, जिनका पांच बार ट्रांसफर किया जा चुका है. तीन लिस्ट में आने वाले अधिकारियों की तो गिनती भी नहीं है. उन्होंने कहा कि कोई बड़ी बात नहीं है कि बड़ी पर्ची भी बदल जाए.