लखनऊ : नीट 2024 का रिजल्ट आ चुका है, अब बारी काउंसिलिंग की हैं. जल्द ही काउंसिलिंग शुरू होने वाली है. ऐसे में स्टूडेंट्स को विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि उनके मार्क्स के मुताबिक कौन-कौन से मेडिकल कॉलेज उनको मिल सकती है, उसकी तैयारी पहले से कर लें. आमतौर पर हर बार होता है कि स्टूडेंट्स कॉलेज का चयन नहीं कर पाते हैं. जिसकी वजह से अच्छे नंबर होने के बावजूद अच्छे मेडिकल कॉलेज में काउंसिलिंग नहीं कर पाते हैं.
चिकित्सा शिक्षा के एक्सपर्ट शहनवाज खान ने बताया कि काउंसिलिंग कब तक होगी अभी तक कोई शेड्यूल नहीं आया है. उम्मीद है कि एक सप्ताह के भीतर काउंसिलिंग डेट आ जाएगी. असम में स्टेट काउंसिलिंग के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि धीरे-धीरे अब हर राज्य काउंसिलिंग की नोटिफिकेशन जल्द से जल्द जारी करेंगे. इस बीच कोलकाता से एक मामला सामने आया. जिसमें कोलकाता हाईकोर्ट ने काउंसिलिंग पर तो रोक नहीं लगाया है, लेकिन रिजल्ट पर रोक लगा दी है.
तैयार रखें यह जरूरी दस्तावेज
चिकित्सा शिक्षा के एक्सपर्ट शहनवाज खान ने कहा कि जिन छात्रों ने नीट 2024 की परीक्षा दी है. वह रोज वेबसाइट पर शेड्यूल देखते रहें, जो छात्र रिजर्वेशन कैटेगरी के हैं चाहे वह ओबीसी, एससी, एसटी कोई भी हों, वह अपने सर्टिफिकेट तैयार रखें. पहली अप्रैल के बाद का नया सर्टिफिकेट होना चाहिए. सर्टिफिकेट को बनवाने में करीब एक सप्ताह का समय लग जाता है. इसलिए पहले से ही सर्टिफिकेट बनवा कर रखें. इसके अलावा उन्हें अपना ट्रांसफर सर्टिफिकेट, कैरक्टर सर्टिफिकेट (इंटरमीडिएट वाला), 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, इसके अलावा फार्म में जिस फोटो को लगाया था, उस फोटो को जरूर रखें. इन तमाम चीजों को रखना जरूरी है ताकि काउंसिलिंग के दौरान कुछ भी दस्तावेज मिसिंग न हो.
ये स्टूडेंट्स बनवा लें निवास प्रमाणपत्र : शहनवाज खान ने कहा कि बहुत ज्यादा कलेक्शन नहीं करना है, लेकिन दस्तावेज की एक अपनी फाइल जरूर तैयार करें. जिसमें सारे जरूरी दस्तावेज रखे हो. यहां एक समस्या और है जिन बच्चों ने यूपी से या अपने स्टेट से 10वीं और 12वीं पास की है, उन बच्चों को डोमिसाइल (निवास प्रमाण पत्र) नहीं बनवाना है. जिन बच्चों ने किसी दूसरे राज्य से 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की है और वह मूल निवासी उत्तर प्रदेश के हैं तो इस केस में उन्हें निवास प्रमाण पत्र बनवाना पड़ेगा. यह भी जल्द से जल्द छात्राओं को बनवा लेना चाहिए. निवास प्रमाण पत्र बनने में करीब एक महीने तक का समय लगता है. काउंसिलिंग का शेड्यूल आने पर प्रॉपर रजिस्ट्रेशन करें. किसी एक्सपर्ट की हेल्प जरूर लें.