श्रीनगर: जनपद पौड़ी के सहकारिता विभाग की समिति के सचिव पर आजीविका विकास की योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदकों से रिश्वत मांगने का आरोप लगा है. क्षेत्र के दो आवेदकोंं ने सचिव पर आरोप लगाते हुए योजना का ऋण आवेदन स्वीकृत किए जाने के लिए रिश्वत की बात कही है. जब तक रिश्वत नहीं दी, तो आवेदन पास नहीं हुआ. रिश्वत देने पर आवेदन स्वीकार हो गया.
दूसरे मामले में पुराने ऋण को बंद करने और नए ऋण को स्वीकृति प्रदान करने के लिए रिश्वत की मांग की गई है. अगरोड़ा क्षेत्र निवासी माया जॉन ने बताया कुछ माह पहले डेयरी व्यवसाय के लिए अगरोड़ा साधन सहकारी समिति में तीन लाख के ऋण को आवेदन किया था. जहां सचिव ने आवेदन स्वीकृति के लिए 4500 की धनराशि की मांग की. उन्होंने कहा जब तक रिश्वत की धनराशि नहीं दी गई, तो आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ.
शिकायतकर्ता माया जॉन ने कहा रिश्वत की धनराशि सचिव को दिए जाने के बाद आवेदन को स्वीकृति मिल गई है. इस संबंध में सहकारिता विभाग को भी शिकायत की गई है. मामले में एक और शिकायतकर्ता दीपक असवाल ने बताया अगरोड़ा सहकारी समिति में लंबे समय से रिश्वत का खेल चल रहा है. जिसकी शिकायत विभागीय उच्च अधिकारियों से की गयी है. उन्होंने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाए जाने की मांग की है.
मामले में जिला सहायक निबंधक सहकारिता पौड़ी पान सिंह राणा ने कहा एक शिकायत पत्र उन्हें प्राप्त हुआ है. उन्होंने बताया शिकायत के आधार पर नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही संबंधित सचिव को अटैच कर जांच की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. इसके लिए जांच कमेटी का गठन किया जा चुका है. जांच पूरी होने तक आरोपित सचिव को अटैच किये जाने के आदेश जारी किए गए हैं.