पानीपत: हरियाणा के पानीपत के खंड बापौली की तहसील में एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक पटवारी को रंगे हाथों काबू किया है. एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने पटवारी द्वारा ली गई रिश्वत की 85,000 रुपए को भी टीम ने रिकवर कर लिया है. इसके साथ ही पटवारी के खिलाफ करनाल एंटी करप्शन ब्यूरो थाने में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है.
पानीपत में रिश्वतखोर पटवारी गिरफ्तार: जानकारी के अनुसार पानीपत के खंड बापौली की तहसील में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शनिवार (16 मार्च को) दोपहर को पटवारी को गिरफ्तार किया. शिकायतकर्ता ने बताया कि पटवारी उसका काम करने की एवज में पैसों की मांग कर रहा था. दोपहर को शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया. ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पटवारी सुरेंद्र वर्मा ने शिकायतकर्ता से 85 हजार रुपए की रिश्वत ली तो टीम ने पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इस पूरी कार्रवाई में एक कानूनगो नरेश भी सम्मिलित बताया जा रहा है.
1 लाख रिश्वत मांग रहा था पटवारी: शिकायतकर्ता के अनुसार वह सनौली थाना क्षेत्र के गांव पत्थर गढ़ का रहने वाला है. उसने 2 साल पहले अरुण नाम के व्यक्ति से गांव में 20 कनाल जमीन ली थी. यह समलत की जमीन है, जिसकी गिरदावरी के लिए वह लगातार तहसील के चक्कर काट रहा था. गिरदावरी की एवज में पटवारी उससे लगातार पैसों की मांग कर रहा था. शिकायतकर्ता ने बताया कि वह उसे 25,000 रुपए पहले भी ले चुका है और अब पटवारी 1 लाख रुपए की मांग कर रहा था. आखिर में 85,000 रुपए में डील फाइनल हुई थी. बड़ी बात है कि शनिवार को छुट्टी होने के बावजूद पटवारी और कानूनगो तहसील में आए हुए थे. आखिरकार पटवारी को गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल इस मामले में आगामी तफ्तीश जारी है.
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