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आपने 125 साल पुराना रोड रोलर देखा है क्या? इसी ने पटना की सड़कों को दिया था आकार - VINTAGE STEAM ROAD ROLLER - VINTAGE STEAM ROAD ROLLER

PATNA VINTAGE STEAM ROAD ROLLER: अंग्रजों के जमाने के जिस रोड रोलर ने पटना की अधिकांश सड़कों का निर्माण किया था, उसे पथ निर्माण विभाग संरक्षित करेगा. ये रोड रोलर 2022 में कलेक्ट्रेट कैंपस की खुदाई के दौरान मिला था, पढ़िये पूरी खबर.

अंग्रेजों के जमाने का रोड रोलर
अंग्रेजों के जमाने का रोड रोलर (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 2, 2024, 7:46 PM IST

उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा (ETV BHARAT)

पटनाः बिहार के पटना जिले के कलेक्ट्रेट के नये भवन का निर्माण कार्य जारी है. इस भवन का निर्माण कार्य जब शुरू हुआ था तो एक खास घटना हुई. हुआ यूं कि 2022 में कलेक्ट्रेट कैंपस की खुदाई शुरू हुई तो जमीन के अंदर दबा हुआ अंग्रेजों के जमाने का करीब 123 साल पुराना रोड रोलर मिला. मतलब अब यह 125 साल पुराना हो चुका है. अब इस रोड रोलर को पथ निर्माण विभाग ने नया रूप देकर इसे केंद्रीय मैकेनिकल वर्कशॉप में सुरक्षित रखा है.

लंदन से लाया गया था रोलरः जानकारी के मुताबिक इस स्टीम रोड रोलर को ब्रिटेन की जॉन फाउलर एंड कंपनी लीड्स लिमिटेड ने बनाया था. जब देश गुलाम था तब इस रोड रोलर को लंदन से भारत लाया गया था. बाद में कोलकाता के रास्ते इसे पटना भेजा गया. कहा जाता है कि इसी रोड रोलर से अंग्रेजों के शासनकाल में पटना की अधिकांश सड़कें बनाई गई थीं.

लंदन से भारत लाया गया था रोड रोलर
लंदन से भारत लाया गया था रोड रोलर (ETV BHARAT)

123 साल पुराना विंटेज रोड रोलर मिला थाः 2022 में खुदाई के दौरान मिले इस स्टीम रोड रोलर को चलाने के लिए फायरमैन, ड्राइवर और क्लीनर की जरूरत थी. क्योंकि इसे कोयले और लकड़ी को जलाकर बनाई गई भाप से चलाया जाता था.पटना में नए कलेक्ट्रेट के निर्माण के दौरान जब मिट्टी की खुदाई शुरू हुई तो मजदूरों को जमीन के नीचे 123 साल पुराना रोड रोलर दिखाई दिया.

खुदाई में मिला था स्टीम रोड रोलर
खुदाई में मिला था स्टीम रोड रोलर (ETV BHARAT)

पटना म्यूजियम ने नहीं दिखाई रूचिः इस रोलर को मजदूरों ने बड़ी हिफाजत से बाहर निकाला और इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गयी. जिला प्रशासन ने ये निर्णय लिया कि इस विंटेज स्टीम रोड रोलर को पटना म्यूजियम को सौंप दिया जाए, ताकि इसका रखरखाव ढंग से हो सके और लोग इस धरोहर के बारे में जान सकें. लेकिन पटना म्यूजियम ने इसको लेकर जब कोई रूचि नहीं दिखाई तो पथ निर्माण विभाग ने इर रोड रोलर को अपने जिम्मे ले लिया.

पथ निर्माण विभाग ने दिया नया रूपः जिला बोर्ड से मिली इस धरोहर को बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग ने ले लिया और खुदाई के दौरान जीर्णशीर्ण अवस्था में मिले इस स्टीम रोड रोलर को नया रूप देने का काम शुरू हुआ.पथ निर्माण विभाग ने इस विंटेज रोड रोलर को नया रूप देने का काम किया और करीब 5 महीने में इसे संवारने के बाद पथ निर्माण विभाग के केंद्रीय मैकेनिकल वर्कशॉप के मेन शेड के नीचे लोगों के देखने के लिए सुरक्षित रखा गया है.

पथ निर्माण विभाग ने दिया नया रूप
पथ निर्माण विभाग ने दिया नया रूप (ETV BHARAT)

'स्टीम रोड रोलर को निश्चित रूप से संरक्षित और सुरक्षित रखा जाएगा. इस विरासत से आनेवाली पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा. आज स्टीम रेलवे इंजन को भी नयी पीढ़ी कितने कौतूहल से देखती है. रोलर को भी सजा कर रखा जाएगा ताकि लोग जान सकें कि रोलर का सफर कहां से शुरू हुआ था और अब कितना बदलाव हो चुका है." विजय कुमार सिन्हा, डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री

ये भी पढ़ेंःपटना कलेक्ट्रेट में मिला अंग्रेजों के जमाने का रोड रोलर, बिहार म्यूजियम में रखे जाने की तैयारी

उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा (ETV BHARAT)

पटनाः बिहार के पटना जिले के कलेक्ट्रेट के नये भवन का निर्माण कार्य जारी है. इस भवन का निर्माण कार्य जब शुरू हुआ था तो एक खास घटना हुई. हुआ यूं कि 2022 में कलेक्ट्रेट कैंपस की खुदाई शुरू हुई तो जमीन के अंदर दबा हुआ अंग्रेजों के जमाने का करीब 123 साल पुराना रोड रोलर मिला. मतलब अब यह 125 साल पुराना हो चुका है. अब इस रोड रोलर को पथ निर्माण विभाग ने नया रूप देकर इसे केंद्रीय मैकेनिकल वर्कशॉप में सुरक्षित रखा है.

लंदन से लाया गया था रोलरः जानकारी के मुताबिक इस स्टीम रोड रोलर को ब्रिटेन की जॉन फाउलर एंड कंपनी लीड्स लिमिटेड ने बनाया था. जब देश गुलाम था तब इस रोड रोलर को लंदन से भारत लाया गया था. बाद में कोलकाता के रास्ते इसे पटना भेजा गया. कहा जाता है कि इसी रोड रोलर से अंग्रेजों के शासनकाल में पटना की अधिकांश सड़कें बनाई गई थीं.

लंदन से भारत लाया गया था रोड रोलर
लंदन से भारत लाया गया था रोड रोलर (ETV BHARAT)

123 साल पुराना विंटेज रोड रोलर मिला थाः 2022 में खुदाई के दौरान मिले इस स्टीम रोड रोलर को चलाने के लिए फायरमैन, ड्राइवर और क्लीनर की जरूरत थी. क्योंकि इसे कोयले और लकड़ी को जलाकर बनाई गई भाप से चलाया जाता था.पटना में नए कलेक्ट्रेट के निर्माण के दौरान जब मिट्टी की खुदाई शुरू हुई तो मजदूरों को जमीन के नीचे 123 साल पुराना रोड रोलर दिखाई दिया.

खुदाई में मिला था स्टीम रोड रोलर
खुदाई में मिला था स्टीम रोड रोलर (ETV BHARAT)

पटना म्यूजियम ने नहीं दिखाई रूचिः इस रोलर को मजदूरों ने बड़ी हिफाजत से बाहर निकाला और इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गयी. जिला प्रशासन ने ये निर्णय लिया कि इस विंटेज स्टीम रोड रोलर को पटना म्यूजियम को सौंप दिया जाए, ताकि इसका रखरखाव ढंग से हो सके और लोग इस धरोहर के बारे में जान सकें. लेकिन पटना म्यूजियम ने इसको लेकर जब कोई रूचि नहीं दिखाई तो पथ निर्माण विभाग ने इर रोड रोलर को अपने जिम्मे ले लिया.

पथ निर्माण विभाग ने दिया नया रूपः जिला बोर्ड से मिली इस धरोहर को बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग ने ले लिया और खुदाई के दौरान जीर्णशीर्ण अवस्था में मिले इस स्टीम रोड रोलर को नया रूप देने का काम शुरू हुआ.पथ निर्माण विभाग ने इस विंटेज रोड रोलर को नया रूप देने का काम किया और करीब 5 महीने में इसे संवारने के बाद पथ निर्माण विभाग के केंद्रीय मैकेनिकल वर्कशॉप के मेन शेड के नीचे लोगों के देखने के लिए सुरक्षित रखा गया है.

पथ निर्माण विभाग ने दिया नया रूप
पथ निर्माण विभाग ने दिया नया रूप (ETV BHARAT)

'स्टीम रोड रोलर को निश्चित रूप से संरक्षित और सुरक्षित रखा जाएगा. इस विरासत से आनेवाली पीढ़ी को अवगत कराया जाएगा. आज स्टीम रेलवे इंजन को भी नयी पीढ़ी कितने कौतूहल से देखती है. रोलर को भी सजा कर रखा जाएगा ताकि लोग जान सकें कि रोलर का सफर कहां से शुरू हुआ था और अब कितना बदलाव हो चुका है." विजय कुमार सिन्हा, डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री

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