पटनाःलोकसभा सीट बक्सर से बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी पर अपराधी को को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए बक्सर से आए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मिथिलेश तिवारी एक हत्याकांड के मुख्य आरोपी मिथिलेश पांडेय को संरक्षण दे रहे हैं जिसके कारण पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
26 मार्च को बक्सर में हुई थी महेश प्रसाद की हत्याः दरअसल इस साल होली के दिन ही यानी 26 मार्च को बक्सर में अपराधियों ने महेश प्रसाद नामक युवक की हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड में परिजनों ने मिथिलेश पांडेय नामक शख्स को मुख्य आरोपी बनाते हुए केस दर्ज कराया है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि "मिथिलेश पांडेय को बक्सर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी का संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है."
"मेरा भतीजा जो कंप्यूटर का काम करता था, उसकी हत्या 26 मार्च को बक्सर में की गई थी. मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी और हम लोगों ने हत्या का आरोप मिथलेश पांडे पर लगाया जो कि वर्तमान में लोकसभा प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी के नजदीकी हैं..लोकसभा प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी उनका संरक्षण दे रहे हैं यह कहीं से भी उचित नहीं है. " शालिग्राम कुमार, मृतक महेश के चाचा
आरोपी मिथिलेश पांडेय की गिरफ्तारी की मांगः बक्सर से आए बीजेपी कार्यकर्ता सन्नी गुप्ता ने कहा कि "जिस तरह से बक्सर के लोकसभा प्रत्याशी हत्या के आरोपी को संरक्षण दे रहे हैं उससे वहां बीजेपी के कार्यकर्ता नाखुश नजर आ रहे हैं. बीजेपी के बड़े नेताओं को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. अगर ऐसा नहीं किया जाएगा तो बक्सर लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को ही दिक्कत होगी."
कौन है मिथिलेश पांडेय ?: जानकारी के मुताबिक हत्या के आरोपी मिथिलेश पांडेय बक्सर के चर्चित समाजसेवी और व्यवसायी है. मिथिलेश पांडेय और उनके भाई द्वारिका पांडेय पर आरोप है कि उन्होंने अपने घर बुलाकर धनसोई के रहनेवाले विनोद गुप्ता के पुत्र 28 वर्षीय महेश गुप्ता की हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि महेश गुप्ता ने नौकरी दिलवाने के लिए मिथिलेश पांडेय के भाई द्वारिका पांडेय को डेढ़ लाख रुपये दिए थे.