पटना: बिहार की सभी 40 सीटों पर मतगणना जारी है. इसे लेकर पाटलिपुत्र बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. रामकृपाल यादव ने लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी दोनो बेटी मिशा भारती, रोहिणी आचार्य चुनाव नहीं लड़ रही है बल्कि लालू प्रसाद यादव चुनाव लड़ रहे हैं.
लालू यादव खुद लड़ रहे चुनाव: राजीव प्रताप रूढ़ी और राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के बीच टक्कर पर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव अपनी दोनों बेटियों का चुनाव खुद लड़ रहे हैं. बिहार में 40 सीट है लेकिन लालू प्रसाद यादव बीमार होने के बाद भी अपनी बेटियों के लिए चुनाव प्रचार किया. उनके लिए कोई और सीट मायने नहीं रखता है इससे प्रत्याशियों में नाराजगी है.
"वो सामान्य नेता है, हमेशा उनकी हमसे लड़ाई होती है. दो बार से जनता उनको हरा रही है. इस बार का भी नतीजा बस थोड़ी देर में आने वाला है. पता चल जाएगा की कौन किसको प्रास्त करता है. इस बार भी उनकी दोनो बेटी मिशा भारती, रोहिणी आचार्य चुनाव नहीं लड़ रही है बल्कि लालू प्रसाद यादव खुद चुनाव लड़ रहे हैं."-रामकृपाल यादव, बीजेपी प्रत्याशी, पाटलिपुत्र
विकास के नाम पर जनता ने किया मतदान: आगे रामकृपाल ने कहा कि पाटलिपुत्र की जनता लाठी और डंडों पर मतदान नहीं करती है बल्कि प्यार और विकास के नाम पर मतदान करती है. इस बार भी जानता ने विकास के नाम पर मतदान किया है और इसका नतीजा बहुत जल्द ही आने वाला है, मतों की गिनती शुरू हो गई है. नतीजे जो आएंगे वह चौंकाने वाला होगा. रामकृपाल यादव ने जीत को लेकर के कहा कि वो पूरी तरीके से अस्वस्थ हैं. बिहार नहीं बल्कि देश की जनता विकास और मोदी के नाम पर मतदान कर रही है. एनडीए और मोदी के पक्ष में नतीजा.
'बिना टक्कर के नहीं है मजा': पाटलिपुत्र की आरजेडी उम्मीदवार मिशा भारती को लेकर उन्होंने कहा कि वह भतीजी हैं. भतीजी के साथ उनका हर बार मुकाबला होता है. उन्हें घबराने कि जरूरत नहीं है. उन्हें जीत भी स्वीकार है और हार भी स्वीकार है. जनता का अधिकार है, जनता ने जिसको अपना वोट दिया है वही जीतेगा. बिना टक्कर का मजा नहीं आता है. अखाड़ा में अगर पहलवान ही ना हो तो अखाड़े का मजा नहीं है.
जनता से इमोशनल अटैचमेंट: उन्होंने कहा कि "मुझे मालूम नहीं है कि मैं तीसरी बार हैट्रिक लगा रहा हूं. मुझे विश्वास है कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है. जनता के सुख-दुख में शामिल हुआ हूं इसलिए जनता के साथ मेरा इमोशनल अटैचमेंट बन गया है. पाटलिपुत्र की जनता के साथ मेरा परिवार का रिश्ता है इसलिए मैं पूरी तरीके से अस्वस्थ हूं." रामकृपाल यादव पर मतदान के दिन चली गोली के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर हिम्मत है तो मुझे वोट के मत से आउट कर दीजिए.