महासमुंद: महासमुंद में पासिद और मुडियाडीह गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. इन ग्रामीणों ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर इस बात की जानकारी दी. दरअसल, ये ग्रामीण सड़क नहीं बनाए जाने से नाराज हैं. यही कारण है कि ये लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिए हैं.
सड़क न होने से हो रही कई तरह की परेशानी: महासमुंद जिला मुख्यालय से लगभग 45 से 50 किमी की दूरी महानदी के किनारे बसे ग्राम पंचायत पासिद आश्रित ग्राम मुडियाडीह में सड़क नहीं है. मुडियाडीह से पासिद की दूरी 2 किमी है. मुडियाडीह से औवराई की दूरी 3 किमी है. दोनो ही रास्ते जब से बने हैं, कच्चे है. कच्चा सड़क होने के कारण बरसात में पानी लगने से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. ना ही कोई कार इस गांव तक आ पाती है. एंबुलेंस भी इस गांव में नहीं आ पाता. यही कारण है कि ग्रामीण और बच्चे कच्चे सड़क से परेशान हैं.
चुनान बहिष्कार की दी चेतावनी: सड़क बनवाने की मांग ये ग्रामीण सालों से करते आ रहे हैं. हालांकि इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. यही कारण है कि इस गांव के लोगों ने इस बार गुस्से में लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. इससे पहले 2023 में भी इन ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था. हालांकि मतदान वाले दिन तहसीलदार मौके पर पहुंचें और 11.77 लाख रुपये की लागत में रोड बनाने का वादा करके चुनाव बहिष्कार समाप्त करा दिया था. हालांकि इनकी मांग पूरी नहीं हुई. विधानसभा चुनाव खत्म हुए चार माह बाद भी यहां सड़क नहीं बन पाई है, आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को इसे लेकर प्रेसवार्ता की और लोकसभा चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है.