बाड़मेर : राजस्थान के बाड़मेर में पर्युषण पर्व को लेकर जैन मंदिरों को इन दिनों विशेष रूप से साज सजावट की जा रही है. इसके साथ ही प्रतिदिन अलग-अलग तरह से मनमोहक आंगी भी रचाई जा रही है. पर्युषण पर्व के चौथे दिन मंगलवार को शहर के सोन तालाब के पास स्थित श्री गोड़ी पार्श्वनाथ मंदिर में सोने की बर्क (पन्ने) से आंगी रचाई गई. इसके साथ ही मंदिर परिसर में रंग बिरंगी रोशनी लगाई गई.
मंदिर में रचाई गई कई आंगी : मंदिर ट्रस्ट के सदस्य पवन वडेरा ने बताया कि पर्युषण पर्व चल रहे हैं. ऐसे में सुबह से शाम तक मंदिर में लोगों की रेलमपेल लगी रहती है. आज मंदिर में श्री गोड़ी पार्श्वनाथ प्रतिमा पर सोने और केशर से आंगी रचाई गई. पूरे मंदिर में 20 के आसपास आंगी रचाई गई है, जिन्हें बनाने में 6-7 घंटों की मेहनत लगी है. वडेरा ने बताया कि 8 दिवसीय पर्युषण पर्व में प्रतिदिन अलग तरह की आंगी रचाई जाती है. आंगी का अपने आप में बहुत महत्व है. उन्होंने बताया कि श्री गोड़ी पार्श्वनाथ मंदिर में शाम के समय बड़ी संख्या में लोग आंगी देखने के लिए आते हैं.
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8 सितंबर तक चलेगा पर्युषण पर्व : बता दें कि पर्युषण पर्व जैन समाज का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. 31 अगस्त से इस पर्व की शुरुऔत हुई है, जो कि 8 सिम्बर तक चलेगा. पर्युषण पर्व के दिनों में जैन समाज के लोग तप, तपस्या और उपवास करने के साथ जैन मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं.
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