कांगड़ा: बीड़ बिलिंग घाटी में शनिवार 2 नवंबर से पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है. यह प्रतियोगिता 9 नवंबर तक चलेगी. वर्ल्ड कप के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
100 पायलट हुए शॉर्टलिस्ट
50 देशों के करीब 145 पायलटों ने पंजीकरण करवाया था, लेकिन इन पायलटों के लाइसेंस और नेशनल रैंकिंग की जांच करने के बाद पीडब्ल्यूसीएएफ ने करीब 70 पैराग्लाइडर के पंजीकरण रद्द कर दिए हैं और अब केवल 32 देशों के 75 पायलट ही इस पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा भारत के 25 पैराग्लाइडर भी वर्ल्ड कप में भाग ले रहे हैं.
वहीं, प्रतियोगिता के समापन पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे. इस प्रतियोगिता में इस बार इंडियन आर्मी के जवान भी भाग लेते हुए नजर आएंगे.
पायलटों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिला कांगड़ा प्रशासन ने पायलटों की सुरक्षा को देखते हुए दो हेलीकॉप्टर को स्टैंड बाय रहने के आदेश जारी किए हैं. इन दोनों हेलिकॉप्टर को बीड़ बिलिंग की लैंडिंग साइट पर रखा जाएगा ताकि अगर इस पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता के दौरान कोई पायलट क्रैश लैंडिंग करता है तो समय पर हैलीकॉप्टर द्वारा उसे निकालकर उसे अस्पताल पहुंचाया जा सके. पायलटों के रहने और खाने-पीने की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है. साल 2015 में BPA बीड़ बिलिंग घाटी में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का सफल आयोजन कर चुकी है. साल 2013 में पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप का बीड़ बिलिंग में पहला आयोजन हुआ था.
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