पन्ना : जिले के ऐतिहासिक धरमपुर के धूरिया बाबा अखाड़े में बीते 50 वर्षों से कुश्ती का खेल आयोजन किया जाता है. इसे देखने के लिए इलाके के हजारों लोग इकट्ठे होते हैं. इस वर्ष दंगल में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक पहलवानों ने ताल ठोक कर अपना दमखम दिखाया. दंगल की शुरुआत से पहले पहलवानों ने सर्वप्रथम चमत्कारिक स्थान धूरिया बाबा के अखाड़े को नमन किया और फिर कुश्ती के दांव पेंच दिखाए.
एमपी यूपी के पहलवानों ने ठोकी ताल
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पन्ना विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, '' कुश्ती बहुत ही प्रसिद्ध खेल है. धूरिया बाबा के प्रताप से यह अखाड़ा निरंतर चल रहा है. हमें उम्मीद है कि इस इलाके के पहलवान हरियाणा जैसे निकलकर देश में मध्य प्रदेश के साथ पन्ना का नाम रोशन करेंगे. समूचा धरमपुर क्षेत्र उत्तर प्रदेश से लगा हुआ है और यहां पर कुश्ती खेल के प्रेमी अधिक है इसलिए यहां पर शरद पूर्णिमा महोत्सव एवं दशहरे के समय कुश्ती खेल का आयोजन बड़े हर्ष उल्लास के साथ किया जाता है. इस वर्ष भी यहां यूपी के पहलवानों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया.''
किसी भी पहलवान को कभी चोट नहीं आई
धूरिया बाबा के सिद्ध स्थान पर लगभग 50 वर्षों से कुश्ती होती आ रही है. यहां पर यूपी व एमपी बॉर्डर की कुश्ती बहुत प्रसिद्ध है. स्थानीय नेता सदानंद गौतम बताते हैं, '' यह स्थान बहुत ही प्रतापी है. यहां पर किसी भी पहलवान को कुश्ती लड़ते समय कभी भी चोट नहीं लगती है. साथ ही इस स्थान पर जो सच्चे मन से सोच कर आता है उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है.''