ETV Bharat / state

पानीपत के गुरमीत नारा ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में गोल्ड जीकर बनाया रिकॉर्ड - Gurmit Nara Won Gold

Panipat Weight Lifter Gurmit: पानीपत में नारा गांव में किसान परिवार से संबंध रखने वाले वेटलिफ्टर गुरमीत ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 102 वेट केटेगरी में 151 किलोग्राम भार उठाकर गोल्ड मेडल जीतकर देश में रिकॉर्ड बना दिया है.

Panipat Weightlifter Gurmit Nara
All India University Championship
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 6, 2024, 9:31 PM IST

गुरमीत नारा ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में जीता गोल्ड

पानीपत: हरियाणा को खेलों का हब कहा जाता है. विश्वभर में हरियाणा खिलाड़ियों ने अपनी और प्रदेश की शान बढ़ाई है. यहां पर हर घर में एक खिलाड़ी पैदा होता है. पानीपत में नारा गांव के वेटलिफ्टर गुरमीत ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 102 वेट केटेगरी में 151 वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता और इंडिया में रिकॉर्ड बना दिया. अभी तक 151 वजन उठाने का रिकॉर्ड गुरमीत नारा के नाम दर्ज हो चुका है. बता दें कि ये चैंपियनशिप 29 जनवरी 2024 को चंडीगढ़ में आयोजित कराई गई थी. गुरमीत ने बताया कि कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड जीतना उनका लक्ष्य है.

गोल्ड जीतकर बनाया रिकॉर्ड: गुरमीत ने बताया कि जूनियर चैंपियनशिप से लेकर सीनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुका है. नारा गांव का रहने वाला गुरमीत इंडिया की वेटलिफ्टिंग टीम तक पहुंच चुका था. लेकिन कमर की इंजरी के कारण गुरमीत को टीम से बाहर होना पड़ा. लेकिन चोटिल होने के बाद भी गुरमीत ने हार नहीं मानी कुछ दिन गेम से बाहर रहकर खुद को फिट किया और उसके बाद फिर से गुरमीत ने दमखम दिखाना शुरू कर दिया.

'कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड जीतने का टारगेट': वेटलिफ्टर गवर्नमेंट ने बताया कि वेटलिफ्टिंग अकादमी पूरे पानीपत जिले में कहीं नहीं थी. जिसके चलते उसे करनाल व अन्य जिलों में जाकर तैयारी करनी पड़ी. अगला लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप से लेकर कॉमनवेल्थ गेम में जीत हासिल करना है. गुरमीत ने बताया कि अब उसका लक्ष्य है इंडिया में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप जीतकर कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड जीतना. जिसके लिए गुरमीत नारा काफी पसीना बहा रहा है.

भाई के लिए छोटे भाई ने त्याग दिया अपना सपना: दरअसल, गुरमीत अपने बड़े भाई प्रदीप का सपना पूरा करने में जुटा हुआ है. गुरमीत का भाई प्रदीप एक अच्छा वेटलिफ्टर बनना चाहता था और गुरमीत कुश्ती का अच्छा प्लेयर था. लेकिन प्रदीप की एक सड़क हादसे में मौत हो गई. तो उसी दिन से छोटे भाई गुरमीत कुश्ती छोड़कर बड़े भाई के सपने को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत करने लगा और आज वेट लिफ्टिंग में वह हर प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान हासिल कर रहा है. ये न केवल गुरमीत और उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे हरियाणा पूरे देश के लिए गर्व की बात है.

ये भी पढ़ें: कबड्डी खिलाड़ियों की फैक्ट्री है हरियाणा का ये गांव, 6 खिलाड़ी दिखाएंगे प्रो कबड्डी लीग में दमखम, रोजाना 200 खिलाड़ी करते हैं प्रैक्टिस

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं को भारत में प्रसारित किया जाना चाहिए : नीरज चोपड़ा

गुरमीत नारा ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में जीता गोल्ड

पानीपत: हरियाणा को खेलों का हब कहा जाता है. विश्वभर में हरियाणा खिलाड़ियों ने अपनी और प्रदेश की शान बढ़ाई है. यहां पर हर घर में एक खिलाड़ी पैदा होता है. पानीपत में नारा गांव के वेटलिफ्टर गुरमीत ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 102 वेट केटेगरी में 151 वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता और इंडिया में रिकॉर्ड बना दिया. अभी तक 151 वजन उठाने का रिकॉर्ड गुरमीत नारा के नाम दर्ज हो चुका है. बता दें कि ये चैंपियनशिप 29 जनवरी 2024 को चंडीगढ़ में आयोजित कराई गई थी. गुरमीत ने बताया कि कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड जीतना उनका लक्ष्य है.

गोल्ड जीतकर बनाया रिकॉर्ड: गुरमीत ने बताया कि जूनियर चैंपियनशिप से लेकर सीनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुका है. नारा गांव का रहने वाला गुरमीत इंडिया की वेटलिफ्टिंग टीम तक पहुंच चुका था. लेकिन कमर की इंजरी के कारण गुरमीत को टीम से बाहर होना पड़ा. लेकिन चोटिल होने के बाद भी गुरमीत ने हार नहीं मानी कुछ दिन गेम से बाहर रहकर खुद को फिट किया और उसके बाद फिर से गुरमीत ने दमखम दिखाना शुरू कर दिया.

'कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड जीतने का टारगेट': वेटलिफ्टर गवर्नमेंट ने बताया कि वेटलिफ्टिंग अकादमी पूरे पानीपत जिले में कहीं नहीं थी. जिसके चलते उसे करनाल व अन्य जिलों में जाकर तैयारी करनी पड़ी. अगला लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप से लेकर कॉमनवेल्थ गेम में जीत हासिल करना है. गुरमीत ने बताया कि अब उसका लक्ष्य है इंडिया में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप जीतकर कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड जीतना. जिसके लिए गुरमीत नारा काफी पसीना बहा रहा है.

भाई के लिए छोटे भाई ने त्याग दिया अपना सपना: दरअसल, गुरमीत अपने बड़े भाई प्रदीप का सपना पूरा करने में जुटा हुआ है. गुरमीत का भाई प्रदीप एक अच्छा वेटलिफ्टर बनना चाहता था और गुरमीत कुश्ती का अच्छा प्लेयर था. लेकिन प्रदीप की एक सड़क हादसे में मौत हो गई. तो उसी दिन से छोटे भाई गुरमीत कुश्ती छोड़कर बड़े भाई के सपने को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत करने लगा और आज वेट लिफ्टिंग में वह हर प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान हासिल कर रहा है. ये न केवल गुरमीत और उसके परिवार के लिए बल्कि पूरे हरियाणा पूरे देश के लिए गर्व की बात है.

ये भी पढ़ें: कबड्डी खिलाड़ियों की फैक्ट्री है हरियाणा का ये गांव, 6 खिलाड़ी दिखाएंगे प्रो कबड्डी लीग में दमखम, रोजाना 200 खिलाड़ी करते हैं प्रैक्टिस

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं को भारत में प्रसारित किया जाना चाहिए : नीरज चोपड़ा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.