कानपुरः शहर के रानीघाट में बीते कुछ दिन पहले जहां एक मगरमच्छ गंगा नदी से निकलकर धूप में रेत के टीले पर बैठा नजर आया था. वहीं, बीते मंगलवार को इसी तरीके का एक मगरमच्छ भैरव घाट पंपिंग स्टेशन पर भी नजर आया. यहां गंगा नहाने जा रहे लोग में उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक नदी से एक मगरमच्छ निकल आया. अटकी सांसों के साथ लोग वीडियो बनाने में जुट गए. आनन-फानन में लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व वन विभाग की टीम को दी. जब तक वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचती उससे पहले मगरमच्छ गंगा नदी में वापस चला गया. मगरमच्छ दिखने से लोगों में खासी दहशत है. लोग इसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.
कानपुर का भैरव घाट मंदिर शहर के सुप्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. रोजाना हजारों की तादाद में भक्त यहां पर दर्शन के लिए आते हैं. इसी मंदिर से कुछ ही दूरी पर भैरव घाट पंपिंग स्टेशन भी मौजूद है. मंगलवार सुबह जब कुछ लोग मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे और धूप सेंक रहे थे तभी बीच पंपिंग स्टेशन पर उन्हें एक बड़ा मगरमच्छ दिखाई दिया. मगरमच्छ दिखने की सूचना जैसे ही इलाके लोगों को हुई तो काफी लोग मौके पर पहुंच गए और उसका वीडियो बनाने लगे.
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि बीते कुछ दिन पहले जब लोगों गंगा स्नान करने के लिए रानीघाट पर आए हुए थे. उसके कुछ ही देर बाद तेज धूप में रेत के टीले पर मगरमच्छ आराम फरमाता हुआ दिखाई दिया था. वही, मंगलवार सुबह और फिर दोपहर में भैरव घाट पपिंग स्टेशन के पास गंगा में मगरमच्छ दिखाई दिया है. क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि हर सुबह कई लोग यहां पर स्नान करने के लिए आते हैं ऐसे मे वन विभाग की टीम को जल्द से जल्द इन मगरमच्छों को पकड़ना चाहिए.
स्थानीय लोगों का कहना है,कि गंगा नदी में करीब तीन से चार मगरमच्छ है जो बीते कुछ दिनों से लगातार यहां पर दिखाई दे रहे हैं. वही उनका कहना है, कि आखिर यह मगरमच्छ कैसे आए हैं.इसकी भी वन विभाग की टीम को जांच करनी चाहिए. और साथ ही इस मामले को भी गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द इन मगरमच्छों को पकड़ना चाहिए ताकि कोई अनहोनी न हो सके.
इस पूरे मामले में डीएफओ कानपुर दिव्या ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. उन्होंने कहा कि एक टीम भी मगरमच्छ को पकड़ने के लिए भेजी गई थी लेकिन उससे पहले वह दोबारा से गंगा नदी में वापस चला गया था. उन्होंने बताया कि आसपास के लोगों को सचेत रहने के लिए कह दिया गया है. इसके साथ ही किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो सके इस वजह से गंगा के किनारे लोगों को सचेत करने के लिए बोर्ड भी लगाए जाएंगे.