जयपुर. राजधानी में बाबा बागेश्वर धाम सरकार का दरबार लगेगा. बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमंत कथा सुनाएंगे. हनुमान ग्राम सेवा समिति की ओर से बागेश्वर धाम सरकार का तीन दिवसीय कार्यक्रम 30 मई से 1 जून तक जयपुर के निवारू रोड जेडीए स्कीम लालचंदपुरा में आयोजित किया जाएगा. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शहर वासियों को आशीर्वचन देंगे. गुरुवार को जयपुर के शास्त्री नगर में कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन किया गया.
आयोजन समिति के अध्यक्ष और आयोजक सीताराम यादव के मुताबिक रघुनाथ धाम जयपुर के प्रमुख स्वामी सौरभ राघवेन्द्राचार्य के सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री हनुमान भक्तों को तीन दिवसीय हनुमंत कथा सुनाएंगे. 10 मई को भूमि पूजन, ध्वज पूजन कार्यक्रम आयोजित होगा. 29 मई को सुबह 8:00 बजे लवाजमे के साथ कलश यात्रा निकाली जाएगी. पुष्प वर्षा करके कलश यात्रा का स्वागत होगा. साथ ही हेलीकॉप्टर से भी पुष्प वर्षा की जाएगी. कलश यात्रा में महिलाएं अपने सिर पर कलश धारण कर कर मंगल गीत गाते हुए शामिल होंगी. वहीं, पुरुष हाथों में लाल कपड़े में श्रीफल लपेटे हुए शामिल होंगे और यज्ञ स्थल तक जाएंगे.
108 स्वागत द्वार बनाए जाएंगे : कार्यक्रम के आयोजन के लिए धार्मिक, सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों का सहयोग रहेगा. विश्व स्तरीय मोटिवेशनल स्पीकर और भजन गायकों की प्रस्तुतियां भी होंगी. कार्यक्रम में रोजाना बड़ी संख्या में लोगों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल तक 108 स्वागत द्वार बनाए जाएंगे. बागेश्वर धाम सरकार को एयरपोर्ट से पुष्प वर्षा करते हुए आयोजन स्थल तक लाया जाएगा. सैकड़ों लोग अपनी गाड़ियों में भगवा ध्वज हाथों में लहराते हुए और बालाजी के जयकारा लगाते हुए चलेंगे. कार्यक्रम के संयोजक राजेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि आयोजन के दौरान 108 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ होगा. इसमें एक कुंड पर तीन यजमान जोड़े बैठेंगे. एक दिवसीय दिव्य दरबार भी लगेगा, जिसमें श्रद्धालुओं की हर तरह की समस्याओं का निराकरण बागेश्वर धाम सरकार की ओर से पर्ची के माध्यम से किया जाएगा.
ये रहेंगी व्यवस्थाएं : कार्यक्रम के लिए 2 लाख 93 हजार स्क्वायर फीट का जर्मन डोम दिल्ली की टीम तैयार करेगी. कोलकाता से सजावट के लिए फूल और दिल्ली से झांकियों के कलाकार आएंगे. रोजाना करीब चार लाख से अधिक लोगों का भंडारा होगा. रहने से लेकर हर एक सुविधा आयोजन स्थल पर टेंट सिटी तैयार होगी. भक्तों के लिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था दरबार स्थल से 5 किलोमीटर पहले की जाएगी. 10 हजार कार्यकर्ता व्यवस्थाओं को संभालेंगे. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ठहराव स्थल से वीआईपी रास्ते से 1 किलोमीटर की दूरी पर सीधे पंडाल स्थल पर पहुंचेंगे. आमजन और वीआईपी मेहमानों के लिए अलग-अलग प्रवेश व्यवस्था रहेगी.