चंडीगढ़: पंचकूला नगर निगम को अपनी सेक्टर-3 स्थित नवनिर्मित इमारत के लिए अभी और इंतजार करना होगा. क्योंकि निर्माणाधीन निगम बिल्डिंग के लिए जारी टेंडर के अलॉटी ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से मामले में स्टे ले लिया है. नतीजतन निगम की यह इमारत अब तक विवाद में फंसी है. जबकि नगर निगम की इमारत के निर्माण का काम साल 2020 से निरंतर जारी है.
कमिश्नर ने काम में देरी पर रद्द किया टेंडर: दरअसल नगर निगम की नवनिर्मित इमारत के टेंडर अलॉटी ने इमारत के निर्माण का काम 23 समय सीमा में पूरा नहीं किया था. ऐसे में पंचकूला निगम कमिश्नर ने फर्म के संचालक को दिया गया टेंडर रद्द कर दिया था. साथ ही गारंटी रकम और जब्त प्रक्रिया के साथ जुर्माना राशि भी लगाई गई. लेकिन मामले में हाईकोर्ट से स्टे मिलने पर जिला पंचकूला नगर निगम की बिल्डिंग के लिए अभी और इंतजार करना होगा.
नगर निगम के ऑफिस: वर्तमान में नगर निगम के सभी ऑफिस सेक्टर-4 और सेक्टर-14 की अलग-अलग इमारत में हैं. निगम की सभी ब्रांच को सेक्टर-3 स्थित नवनिर्मित इमारत में लाने की योजना थी लेकिन यह कार्य लंबे समय से अधर में है.
800 लोगों की मीटिंग एक साथ: नगर निगम की नवनिर्मित इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर ऑडिटोरियम में 150 लोगों के बैठने की व्यवस्था की योजना थी. इसके अलावा एक टाउन हॉल, जिसमें 800 लोगों की मीटिंग एकसाथ होने को व्यवस्था भी थी. इसके अलावा कैंटीन, किचन, बैंक शाखा, रिकॉर्ड रुम, सामुदायिक सुविधा केंद्र की व्यवस्था भी थी.
इन मंजिलों पर होंगी यह ब्रांच: इमारत की दूसरी मंजिल पर इंजीनियरिंग विंग, एसई, एक्सईएन, जेई, आर्किटेक्ट, टाउन प्लानर, मेडिकल ऑफिसर बैठेंगे. तीसरी मंजिल पर टैक्सेशन विंग, लीगल, आईटी सेल, ऑडिट, अकाउंट ऑफिसर की व्यवस्था होगी. चौथी मंजिल पर हाउस मीटिंग हॉल, लाऊंज, डायनिंग हॉल और आठ कमरे जिसमें बाथरूम अटैच होंगे. इस बिल्डिंग की बाउंड्री वॉल सात फुट की बनाई जाएगी. हर फ्लोर पर अलग मीटिंग हाल भी होंगे.
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