चंडीगढ़: हरियाणा के लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद अब प्रदेश के दोनों मुख्य दल भाजपा और कांग्रेस अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे हैं. लोकसभा चुनाव में दोनों राजनीतिक दलों ने 5-5 सीटें जीती हैं. पंचकूला विधानसभा सीट अंबाला लोकसभा क्षेत्र में आती है. अंबाला से कांग्रेस के वरुण चौधरी सांसद बने हैं. इसलिए इस बार विधानसभा चुनाव में पंचकूला सीट हॉट सीट बन गई है.
पंचकूला सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच रोचक मुकाबला होने का अंदेशा है. क्योंकि एक दशक से पंचकूला विधानसभा सीट भाजपा के कब्जे में है और मौजूदा हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता यहीं से विधायक भी हैं.
पंचकूला-कालका से भाजपा को अधिक वोट
हरियाणा लोकसभा चुनाव में अंबाला लोकसभा सीट पर भले ही कांग्रेस प्रत्याशी वरूण चौधरी को जीत मिली है. लेकिन पंचकूला और कालका विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को अधिक वोट मिले थे. बंतो कटारिया पंचकूला से 22921 ओर कालका से 10845 वोट से रही आगे रहीं थी. पंचकूला विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को कुल 79172 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी वरूण चौधरी को 56251 वोट मिले थे. वहीं कालका विधानसभा सीट से बंतो कटारिया को 69527 वोट और वरूण चौधरी को 58412 वोट मिले थे. इन दोनों विधानसभा सीटों से भाजपा को कुल 33766 वोट की लीड मिली थी.
पंचकूला सीट को सुरक्षित मान रही भाजपा
पंचकूला विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं वर्तमान में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता लगातार दो बार विधायक बने हैं. लोकसभा चुनाव में पंचकूला के प्रदर्शन के मद्देनजर भाजपा तीसरी बार भी पंचकूला विधानसभा सीट को अपने लिए सुरक्षित मान रही है. मौजूदा विधायक ज्ञानचंद गुप्ता इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में तीसरी बार भी टिकट के लिए अपना दावा ठोक रहे हैं. लेकिन माना जा रहा है कि भाजपा इस बार पंचकूला विधानसभा सीट पर उम्मीदवार का चेहरा बदल सकती है.
दोनों दलों में टिकट के कई दावेदार
पंचकूला से मौजूदा विधायक ज्ञानचंद गुप्ता के अलावा भाजपा में विधानसभा चुनाव के टिकट के कई अन्य दावेदार भी हैं. इनमें जिन नामों की सुगबुगाहट चल रही हैं, उनमें रंजीता मेहता, भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा और मेयर कुलभूषण गोयल के नाम शामिल हैं. वहीं कांग्रेस से इस बार फिलहाल तक प्रदेश के पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम सबसे आगे चल रहा है. इनके अलावा पंचकूला की पूर्व महापौर उपेंद्र आहलूवालिया का नाम भी चर्चा में है.