पलामूः पीटीआर प्रबंधन लाइसेंसी हथियारों की जांच करेगा. पलामू टाइगर रिजर्व ने मामले में पलामू, गढ़वा और लातेहार जिला प्रशासन को एक पत्र भी लिखा है.पीटीआर और उसके 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी लाइसेंसी हथियारों की जांच की जाएगी.
अधिकारियों से मांगी गई है लाइसेंसी हथियारों की सूची
पत्र लिखकर पीटीआर प्रबंधन ने तीनों जिलों के अधिकारियों से लाइसेंसी हथियारों की सूची मांगी है. अभी तक 70 के करीब लाइसेंसी हथियार पीटीआर के दायरे में होने की जानकारी निकल कर सामने आई है. नई गाइडलाइन के अनुसार हथियार का लाइसेंस लेने के लिए पलामू टाइगर रिजर्व से भी अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा. यह गाइडलाइन पलामू टाइगर रिजर्व और उसके 10 किलोमीटर की परिधि में लागू होगा.
क्या कहते हैं पीटीआर के उपनिदेशक
''लाइसेंसी हथियार को लेकर तीन जिलों के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है. मामले में जानकारी उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया है.पलामू टाइगर रिजर्व और उसके 10 किलोमीटर के दायरे में लाइसेंसी हथियार के लिए पीटीआर की भी अनुमति जरूरी है. लाइसेंसी हथियारों के बारे में जांच की जा रही है और विभाग अपने सर्विलांस सिस्टम को भी मजबूत कर रहा है.''- प्रजेशकांत जेना, उपनिदेशक, पीटीआर
मोबाइल सर्विलांस सिस्टम को किया जा रहा मजबूत
पलामू टाइगर रिजर्व करीब 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. पीटीआर की सीमा पलामू, गढ़वा, लातेहार और छत्तीसगढ़ से सटी हुई है. पलामू टाइगर रिजर्व वन्य जीव के सुरक्षा को लेकर अपने सर्विलांस सिस्टम को मजबूत कर रहा है. पलामू टाइगर रिजर्व ने संदिग्धों के कॉल डिटेल निकालने के लिए भी अनुमति देने का आग्रह किया है. अनुमति मिलने के बाद पलामू टाइगर रिजर्व किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के कॉल डिटेल निकलवा सकता है और उसको सर्विलांस कर सकता है. फिलहाल पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में ट्रैकिंग सिस्टम से मॉनिटरिंग की जा रही है.
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