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छत्तीसगढ़ में पेड़ के तनों पर पेंटिंग करने पर होगी कार्रवाई, पर्यावरण विभाग का आदेश - Protection of environment

छत्तीसगढ़ पर्यावरण विभाग ने एक सख्त आदेश जारी किया है. इसके मुताबिक कोई भी शख्स अगर पेड़ के तनों पर पेंटिंग करते हुए पाया गया तो उसके ऊपर सख्त कार्रवाई होगी. पढ़िए पूरी खबर

PROTECTION OF ENVIRONMENT
पेड़ों की तनों पर पेंटिंग करना पड़ेगा महंगा (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 2, 2024, 10:32 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में पेड़ के तनों पर पेंटिंग करना अब अपराध की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है. राज्य के वन एवं पर्यावरण विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को आदेश जारी किया है. जिसके मुताबिक पेड़ों के तनों पर पेंटिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई को लेकर सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए हैं.

आदेश में क्या है: पर्यावरण विभाग से जारी आदेश में कहा गया है कि पेड़ों के तनों में अगर कोई पेंट करता पाया गया तो उसके खिलाफ शासन सख्त एक्शन लेगा. पेड़ों में पेंटिंग करने से कई प्रकार के रासायनिक तत्व छालों के जरिए पेड़ के अंदर चले जाते हैं. इससे पेड़ों और पर्यावरण को नुकसान होता है. पेड़ समय से पहले मर जाते हैं और सूखने लगते हैं.

पर्यावरणविद नितिन सिंघवी ने की थी शिकायत: पेड़ों में पेंटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर नितिन सिंघिवी ने साल 2019 से 2021 के बीच में शिकायत की थी. ये शिकायत मुख्य सचिव से की गई थी. जिसमें मांग की गई थी कि सभी जिलों में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उसके बाद विभाग की तरफ से आदेश जारी हुए थे. इस तरह का आदेश दूसरे विभागों में जारी नहीं हुआ था.

अन्य विभागों से भी सिंघवी ने की थी आदेश की मांग: दूसरे अन्य विभागों को आदेश जारी नहीं किए जाने के कारण दूसरे विभाग सौंदर्यीकरण के नाम से पेंटिंग का कार्य कर रहे थे. सिरपुर महोत्सव 2024 में साडा की तरफ से सड़क के दोनों तरफ लगभग 75 से ज्यादा पेड़ों के तनों पर पेंटिंग करने की शिकायत सिंघवी ने फिर मुख्य सचिव से की थी. उसमें मांग की कि आवास एवं पर्यावरण विभाग को निर्देशित किया जाए कि वह सभी विभागों को भविष्य में पेड़ों में पेंटिंग न करने के निर्देश देने की कृपा करें. उसके बाद पर्यावरण विभाग ने यह आदेश जारी किया. सिंघवी ने शासन की संवेदनशीलता पर धन्यवाद दिया है.

पेड़ों के तनों पर पेंट करना हानिकारक: पर्यावरणविद नितिन सिंघवी ने बताया कि पेड़ों के तनों पर पेंट करना बेहद हानिकारक है. पेड़ अपनी छाल के माध्यम से गैसों का आदान प्रदान करते हैं. जिसमें ऑक्सीजन और कार्बन डाइ ऑक्साइड शामिल है. अगर पेड़ों के तनों पर पेंट किया जाता है तो यह छिद्र बंद हो जाते हैं. इस वजह से पेड़ों की अहम प्रक्रिया बाधित होती है. पेंट पेड़ों के बढ़ने और फैलने की क्षमता को रोकते हैं. पेड़ों के विकास के लिए छाल का लचीला होना जरूरी है. पेंट लचीलेपन को रोकता है और कई पेंट में इतने जहरीले केमिकल होते हैं कि वह पेड़ को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं.

पेड़ों की नमी होती है खत्म: पेड़ों के तनों में पेंट करने से पेड़ की नमी खत्म होती है. पेंट छाल को अधिक गर्म बना देता है, जो पेड़ को नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर गर्मी के मौसम के दौरान यह ज्यादा होता है. रसायनिक मटेरियल तनों की छालों के माध्यम से अंदर चले जाते हैं जिससे उनके टिशु और सेल की मृत्यु की संभावना बनी रहती है. इससे पेड़ को बेहद नुकसान पहुंचता है.

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में पेड़ के तनों पर पेंटिंग करना अब अपराध की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है. राज्य के वन एवं पर्यावरण विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को आदेश जारी किया है. जिसके मुताबिक पेड़ों के तनों पर पेंटिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई को लेकर सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए हैं.

आदेश में क्या है: पर्यावरण विभाग से जारी आदेश में कहा गया है कि पेड़ों के तनों में अगर कोई पेंट करता पाया गया तो उसके खिलाफ शासन सख्त एक्शन लेगा. पेड़ों में पेंटिंग करने से कई प्रकार के रासायनिक तत्व छालों के जरिए पेड़ के अंदर चले जाते हैं. इससे पेड़ों और पर्यावरण को नुकसान होता है. पेड़ समय से पहले मर जाते हैं और सूखने लगते हैं.

पर्यावरणविद नितिन सिंघवी ने की थी शिकायत: पेड़ों में पेंटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर नितिन सिंघिवी ने साल 2019 से 2021 के बीच में शिकायत की थी. ये शिकायत मुख्य सचिव से की गई थी. जिसमें मांग की गई थी कि सभी जिलों में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उसके बाद विभाग की तरफ से आदेश जारी हुए थे. इस तरह का आदेश दूसरे विभागों में जारी नहीं हुआ था.

अन्य विभागों से भी सिंघवी ने की थी आदेश की मांग: दूसरे अन्य विभागों को आदेश जारी नहीं किए जाने के कारण दूसरे विभाग सौंदर्यीकरण के नाम से पेंटिंग का कार्य कर रहे थे. सिरपुर महोत्सव 2024 में साडा की तरफ से सड़क के दोनों तरफ लगभग 75 से ज्यादा पेड़ों के तनों पर पेंटिंग करने की शिकायत सिंघवी ने फिर मुख्य सचिव से की थी. उसमें मांग की कि आवास एवं पर्यावरण विभाग को निर्देशित किया जाए कि वह सभी विभागों को भविष्य में पेड़ों में पेंटिंग न करने के निर्देश देने की कृपा करें. उसके बाद पर्यावरण विभाग ने यह आदेश जारी किया. सिंघवी ने शासन की संवेदनशीलता पर धन्यवाद दिया है.

पेड़ों के तनों पर पेंट करना हानिकारक: पर्यावरणविद नितिन सिंघवी ने बताया कि पेड़ों के तनों पर पेंट करना बेहद हानिकारक है. पेड़ अपनी छाल के माध्यम से गैसों का आदान प्रदान करते हैं. जिसमें ऑक्सीजन और कार्बन डाइ ऑक्साइड शामिल है. अगर पेड़ों के तनों पर पेंट किया जाता है तो यह छिद्र बंद हो जाते हैं. इस वजह से पेड़ों की अहम प्रक्रिया बाधित होती है. पेंट पेड़ों के बढ़ने और फैलने की क्षमता को रोकते हैं. पेड़ों के विकास के लिए छाल का लचीला होना जरूरी है. पेंट लचीलेपन को रोकता है और कई पेंट में इतने जहरीले केमिकल होते हैं कि वह पेड़ को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं.

पेड़ों की नमी होती है खत्म: पेड़ों के तनों में पेंट करने से पेड़ की नमी खत्म होती है. पेंट छाल को अधिक गर्म बना देता है, जो पेड़ को नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर गर्मी के मौसम के दौरान यह ज्यादा होता है. रसायनिक मटेरियल तनों की छालों के माध्यम से अंदर चले जाते हैं जिससे उनके टिशु और सेल की मृत्यु की संभावना बनी रहती है. इससे पेड़ को बेहद नुकसान पहुंचता है.

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