अंबाला: हरियाणा के अंबाला में अनाज मंडियों में धान की फसल का आना जारी है. ऐसे में अनाज मंडियों में धान का आना आखिरी पड़ाव पर है. किसानों के खाते में इसकी पेमेंट भी लगभग जा चुकी है. लेकिन कुछ किसानों का कहा है कि उनकी फसल की जो खरीद हो रही है, उसमें माउचर के नाम पर 200-300 रुपये क्विंटल के हिसाब से काटे जा रहे हैं. जबकि मंडी प्रशासन का कहना है कि अभी तक एक भी किसान का ऐसा केस नहीं है. सभी किसानों की फसल नियम के आधार पर खरीदी जा रही है.
अंबाला मंडी में धान की खरीद: अंबाला कैंट की मंडी में अब तक 3 लाख 47 हजार 508 क्विंटल धान की आवक हुई है. इसमें 30 लाख 24 हजार से ज्यादा की खरीद हो चुकी है. 2 लाख 72 हजार क्विंटल का उठान भी हो चुका है. हरियाणा सरकार ने ये ऐलान किया था कि किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा. उसी हिसाब से हर अनाज मंडी में किसानों की फसल खरीदी जा रही है. लेकिन किसानों का आरोप है कि मंडी में धान आ रहा है. लेकिन उन्हें समस्या शैलर वालों से है.
मॉस्चर के नाम पर वसूली!: उनका कहना है कि यदि सरकार के नियम अनुसार 17 मॉचर्बा भी जाता है, तब भी कलर की समस्या बताकर काट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हर क्विंटल पर 250/300 रुपये की काट कर रहे हैं. उन्होंने माना कि सरकार की तरफ से पेमेंट की कोई समस्या नहीं है. समय पर खाते में फसल की पेमेंट मिल रही है. अंबाला कैंट की अनाज मंडी में अभी तक पिछले साल के मुकाबले ज्यादा धान की फसल की आवक हो चुकी है.
MSP पर खरीदी जा रही धान की फसल: अभी 15-20 हजार क्विंटल धान की आवक होने की उम्मीद जताई जा रही है. कुछ किसानों का आरोप है कि उनसे मॉस्चर के नाम पर 200/300 रुपये तक काटे जा रही है. जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. वहीं, मंडी सचिव ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अभी तक हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है. सभी की धान की फसल एमएसपी पर खरीदी जा रही है.
ये भी पढ़ें: अंबाला में MSP पर नहीं खरीदी जा रही धान की फसल, किसान बोले- नमी के नाम पर काटे जा रहे 100 से 200 रुपये
ये भी पढ़ें: हरियाणा BJP में किसे मिलेगा राज्यसभा का टिकट? लिस्ट में इन दिग्गज नेताओं का नाम, चुनाव को लेकर लॉबिंग जारी