जमुई: बिहार के जमुई में शनिवार की सुबह एक शिक्षक की स्कूल में तबीयत बिगड़ गयी. आनन फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया. वहां से बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई. मृत शिक्षक का नाम मोहम्मद अख्तर है. वह झाझा प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय बलियाडीह में उर्दू के शिक्षक थे. आशंका जतायी जा रही है गर्मी के उनकी कारण तबीयत बिगड़ी फिर मौत हो गयी.
के के पाठक मौत के लिए जिम्मेवारः घटना के बाद आक्रोशित शिक्षक और अन्य लोगों ने एनएच 333 को जाम कर दिया. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वे के के पाठक मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. 'स्कूल में बच्चे नहीं तो शिक्षक भी नहीं... छुट्टी दो, छुट्टी दो' के नारे लगा रहे थे. मृतक शिक्षक के पुत्र मोहम्मद अतहर ने कहा कि उसके पापा की मौत का जिम्मेवार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक हैं.
के के पाठक की जिदः बिहार में इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, जिससे बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी थी. के के पाठक इसके बाद भी छुट्टी की घोषणा नहीं कर रहे थे. मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद 8 जून तक स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई. हालांकि, शिक्षकों को इस छुट्टी से वंचित रखा गया है. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि भीषण गर्मी में शिक्षकों को भी छुट्टी दी जानी चाहिए थी.
बिहार में 112 लोगों की जान गर्मी ने ले लीः बता दें कि बिहार में गर्मी से हाहाकार मचा है. 24 घंटे में ही 67 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. अबतक बिहार में 112 लोगों की जान गर्मी ने ले ली. बिहार के हर जिले के सरकारी अस्पताल में गर्मी और लू की वजह से सैकड़ों लोगों का इलाज चल रहा है. प्रदेश में बुधवार को 17, गुरुवार 26, शुक्रवार को 57 और शनिवार को 12 लोगों की मौत की खबर सामने आई. आधिकारिक तौर पर 30 लोगों की लू से मौत की पुष्टि की हुई है.
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