सरगुजा: चैंबर ऑफ कॉमर्स ने एक बार फिर ऑनलाइन शॉपिंग को लेकर अपनी चिंता जताई है. चैंबर ऑफ कॉमर्स के युवा अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने कहा है कि ''ऑनलाइन बाजार के चलते छोटे छोटे व्यापारियों का धंधा मंदा हो रहा है. लोकल बाजार धीरे धीरे बर्बाद हो रहे हैं. करीब करीब 80 से 90 फीसदी तक के कारोबार ऑनलाइन शॉपिंग पर निर्भर हो गया है''. सरगुजा संभाग के इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी मानस अग्रवाल कहते हैं कि ऑनलाइन खरीददारी के चलते हम जैसे दुकानदार अब परेशान हैं.
''ऑनलाइन की वजह से मुश्किल में कोराबार'': अंबिकापुर शहर के ज्यादातर कारोबारियों का कहना है कि अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो कई दुकानदार दुकान बंद करने पर मजबूर हो जाएंगे. दुकानदार कॉस्ट कटिंग के चलते दुकानों पर कम लोग रख रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि लोकल फॉर वोकल की बात सरकार करती है लेकिन यहां तो मिट्टी के दीये तक ऑनलाइन बिक रहे हैं. छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी इस पर चिंता जताई है.
क्या कहते हैं कपड़े के व्यापारी: कपड़ा व्यापारी गौरव केडिया कहते हैं कि "ऑनलाइन का सभी व्यापार पर इफेक्ट है उसका असर हमारे कपड़े के व्यवसाय पर भी है. ऑनलाइन कारोबार के लिए सरकार को नियम लेकर आना चाहिए. केडिया कहते हैं कि सरकार और ग्राहकों दोनों को विचार करने की जरुरत है.
चैंबर ऑफ कॉमर्स की दलील: चैंबर ऑफ कॉमर्स सरगुजा के युवा अध्यक्ष अभिषेक सिंह कहते हैं कि राखी से लेकर दीया तक सबकुछ ऑनलाइन मिल रहा है. ऐसे में छोटा व्यापारी कहां जाएगा. खेती किसानी के लिए भी लोग अब ऑनलाइन सामान पर निर्भर हो रहे हैं. अभिषेक सिंह ने कहा कि सरकार छोटे मोटे व्यापारियों के हितो का ध्यान रखे.