देहरादून: थाना बसंत विहार क्षेत्र अंतर्गत बच्चों को अमेरिका भेजने के नाम पर डेढ़ करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. वहीं, पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पीड़ित के अनुसार जब आरोपी से रुपए वापस मांगें गए, तो वह 7 सालों तक नोटबंदी और कोरोना का बहाना करता रहा.
2014 में पीड़ित के साथ हुई थी धोखाधड़ी बता दें कि स्वराज सिंह ठाकुर ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया था कि वह अपने बच्चों को अमेरिका भेजना चाहता था. जिससे पीड़ित के परिचित ने वैभव सिंह नाम के व्यक्ति से मिलवाया और बताया कि यह बच्चों को विदेश भेजने का काम करते हैं. जिस पर नवंबर 2014 को वैभव ने एक रेस्टोरेंट के पास पीड़ित को कुछ व्यक्तियों से मिलवाया, जिन्होंने अपना नाम नहीं बताते हुए कहा कि वो यूनिवर्सल ट्रेड आईएनसी के नाम से कंपनी चलाते हैं, जिसके माध्यम से बच्चों को विदेश भेजा जाता है. पीड़ित उन लोगों के झांसे में आ गया.
बच्चों को अमेरिका भेजने के नाम धोखाधड़ी: आरोपियों ने पीड़ित से कहा कि एक बच्चे को विदेश भेजने के लिये 35, 00000 लाख रुपए लगेंगे और उनको वहां पर अच्छी नौकरी मिल जाएगी, जिस पर पीड़ित ने अपने 6 बच्चों को भेजने के लिये उनसे हामी भर दी. इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित से कहा कि कंपनी के नाम डीडी बनाकर रुपए भेज देना, जिस पर पीड़ित द्वारा 1,81,85000 रुपए की डीडी और नकद के रुप में कंपनी के सदस्य वैभव सिंह को दिए, लेकिन रुपए ट्रांसफर करने के बाद बच्चों को विदेश नहीं भेजा गया. जिससे पीड़ित को धोखाधड़ी का अहसास हुआ.
पीड़ित ने वैभव सिंह (आरोपी) से रुपए मांगे, तो वह नोटबंदी और कोरोना का बहाना बनाकर रुपए देने में टालमटोल करने लगा. साथ ही कहा कि वह बच्चों को विदेश भेजने में असमर्थ है. धनराशि वापस कर दी जाएगी, लेकिन उसके बाद आरोपी वैभव ने मोबाइल नंबर बंद कर लिया.
पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज: थाना बसंत विहार प्रभारी महावीर उनियाल ने बताया कि पीड़ित स्वराज सिंह की शिकायत के आधार पर आरोपी वैभव सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि आरोपी वैभव को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. साथ ही अन्य लोगों की जानकारी ली जा रही है.
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