जयपुर : हरियाली तीज पर छोटी काशी हरियाली की चादर ओढ़ प्रकृति की गोद में बैठी नजर आई. शहर में सुबह से आसमान में काले बादलों की छटा और रिमझिम बौछारों का दौर जारी रहा. ऐसा लग रहा है मानो जयपुर नहीं मनाली हो. नाहरगढ़ और गलता जी की पहाड़ियों का हरे-भरे पेड़-पौधों ने शृंगार किया हो और जयपुर के रखवाले भगवान गढ़ गणेश का मंदिर बादलों की ओट से झांक रहा हो. इन सबके बीच बुधवार को एक पेड़ मां के नाम अभियान की शुरुआत हुई. इसके तहत पूरे दिन वृक्षारोपण का दौर जारी रहा.
धर्म शास्त्रों के अनुसार प्रकृति स्वयं पार्वती स्वरूप है और आज का दिन भी मां पार्वती और भगवान शिव की उपासना का दिन है. हरियाली तीज, जब महिलाओं ने सोलह शृंगार कर अपने सौभाग्य की कामना करते हुए मां पार्वती की पूजा आराधना की. उस वक्त पार्वती स्वरूप प्रकृति ने हरियाली से अपना शृंगार किया. रिमझिम बारिश के बीच ईटीवी भारत ने अपने कैमरे में प्रकृति का सौंदर्य कैद किया, जिसमें परकोटे के तीन तरफ नाहरगढ़ और गलता की पहाड़ियों पर हरे-भरे पेड़-पौधे प्राकृतिक सुंदरता का बखान करते दिखे. वहीं, नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर प्रथम पूज्य गढ़ गणेश महाराज का मंदिर और जयपुर की विरासत को संजोने वाला नाहरगढ़ बादलों के बीच से शहर को देखता हुआ मिला. कुछ इसी तरह का नजारा आमेर की ओर जाने वाले पहाड़ी रास्ते का था और जयगढ़ तो मानो बादलों के आगोश में ही आ गया हो. पहाड़ी इलाकों और पराकोटे के बाहर रामनिवास बाग में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां दोनों तरफ हरियाली अपनी सुंदरता बिखेरती मिली.
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बढ़-चढ़कर हुआ पौधारोपण : जयपुर में आज इन विहंगम दृश्यों के बीच पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए "एक पेड़ मां के नाम" अभियान की भी शुरुआत हुई. शहर वासियों ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखाते हुए फलदार-फूलदार पौधों का रोपण किया. इस कड़ी में शिक्षा महकमा, जयपुर विकास प्राधिकरण, शहर के दोनों निगम और हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक-छात्र, विभिन्न सामाजिक संगठन, व्यापारिक संगठन भी आगे आए और बढ़-चढ़कर पौधारोपण किया. जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में भी इसी तरह का एक आयोजन हुआ, जहां प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और महापौर सौम्या गुर्जर के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों और छात्रों ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया. यहां जामुन, कचनार, मोलश्री, शहतूत, बड़, पीपल, इमली, अर्जुन और शीशम जैसे वृक्षों का पौधा रोपण किया गया.
ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने की अपील : इस दौरान उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि पीएम के एक पेड़ मां के अभियान के क्रम में ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण महा अभियान को जोड़ा है. इसमें नागरिकों के सहयोग की भी बहुत जरूरत है, क्योंकि अकेली सरकार और प्रशासन कुछ भी नहीं कर सकता, जब तक कि इसमें नागरिक ना जुड़ें. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें और ये सिर्फ औपचारिकता ना हो, बल्कि जिस तरह परिवार के व्यक्ति का ध्यान रखते हैं, उसी तरह उस पेड़ का भी ध्यान रखना है. इसी तरह का आयोजन झोटवाड़ा में भी हुआ. यहां स्थानीय विधायक मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक पेड़ मां के नाम अभियान की शुरुआत करते हुए पौधारोपण किया. साथ ही आम जन से पेड़-पौधों का संरक्षण करते हुए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने और उनकी संभाल करते हुए वृक्ष बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया.