नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर गुरुवार को AISA छात्र संगठन ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. शिक्षक दिवस पर प्रदर्शन में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी शामिल हुए. इस दौरान छात्रों के हाथों में तख्तियां और डफली नजर आई. प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि देश के अंदर शिक्षा फ्री होनी चाहिए.
जंतर मंतर पर आइसा से जुड़े हरीश गौतम ने बताया कि प्रदर्शन में दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, जामिया सहित अलग-अलग विश्वविद्यालयों से छात्र एवं शिक्षक शामिल हुए हैं. मंडी हाउस से लेकर जंतर मंतर तक हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले थे, लेकिन पुलिस ने मंडी हाउस से निकली प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है. छात्रों को प्रदर्शन करने नहीं दिया जा रहा है. एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं कोई कार्रवाई नहीं हो रहा है. देश में छात्रों की भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
हरीश गौतम ने बताया कि चारों तरफ जंतर मंतर पर पुलिस लगा दी गई है. आज लोग पढ़ लिखकर कुछ बनना चाहते हैं लेकिन यह सरकार पढ़ने-लिखने नहीं दे रही है. आज समाज परिवर्तन मांग रहा है. ऐसे में अगर कोई समाज के हित की बात करता है तो सरकार उसकी आवाज दबाना चाहती है. लेकिन यह प्रदर्शन एक सामूहिक और सांकेतिक प्रदर्शन है. हमारी एकता ही हमारे संघर्ष का परिचय है.
प्रदर्शन छात्र प्रणव ने बताया कि वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र हैं. वह आज प्रदर्शन करने के लिए यहां पर पहुंचे हैं. शिक्षक दिवस आज पूरे देश में मनाया जा रहा है. लेकिन आज छात्रों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है. गरीब लोगों को शिक्षित नहीं किया जा रहा है. शिक्षा फ्री होनी चाहिए.
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