बस्ती: केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और बीजेपी सांसद पंकज चौधरी बस्ती जनपद में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. जहां पर बीजेपी के जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी के आवास पर एक बैठक किए. बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कही कि, सरकार के बस की यह बात नहीं है कि वह सभी बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दे सके.
पंकज चौधरी ने दिल्ली में नमाजियों पर हुए जूता कांड को लेकर दुख जताते हुए कहा कि, ऐसा नहीं होना चाहिए था. इसमें जो भी दोषी है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी करवाई होनी चाहिए. वही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की ओर से किए गए चुनावी वायदे पर वित्त राज्यमंत्री ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, आजादी के बाद 70 साल तक देश में कांग्रेस का राज रहा. और उन्होंने जो भी वायदा किया उसे धरातल पर पूरा नहीं किया. इसलिए राहुल गांधी के बयानों को जनता सीरियस नहीं लेती है.
वही जब मीडियाकर्मियों की ओर से देश में बढ़ रही बेरोजगारी और लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के लिए बड़ा मुद्दा बन चुके बेरोजगारी पर सवाल पूछा तो इस पर मंत्री ने अपना तर्क देते हुए कहा कि, बेरोजगारी और गरीबी का सेंसेक्स देखिए तब आपको पता चलेगा कि देश के 25% गरीब को सरकार ने अपनी योजनाओं को लाभ देकर उबार दिया है. यानी की देश के 25 करोड़ परिवार अब गरीब नहीं हैं. वहीं बेरोजगारी के मुद्दे पर उन्होने कहा कि, सरकार ने तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं चलाकर देश के करोड़ों बेरोजगारों को अवसर दिया है. मगर सरकार के बस की यह बात नहीं है कि वह सभी बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दे सके.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए वित्त राज्यमंत्री ने कहा की, अगर अखिलेश की बात को युवा और जनता मानती तो आज अखिलेश यादव सत्ता से बाहर नहीं होते. पेपर लीक मामले पर मंत्री ने कहा कि, हमारी सरकारी गलती को मानती है. और दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए कड़ी से खड़ा कदम उठा रही है.