चमोली: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही मानसूनी बारिश के कारण सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है. जिसका सीधा असर चारधाम यात्रा पर पड़ रहा है. चमोली जनपद में लगातर हो रही बारिश और भूस्खलन के चलते हाईवे जगह-जगह लंबे समय तक बाधित हो रहे हैं. जिस कारण तीर्थ यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. वहीं फूलों की घाटी पर्यटकों को काफी पसंद आ रही है, जहां इन दिनों रंग-बिरंगे फूल खिले हैं.
चमोली जनपद के धार्मिक पर्यटन और तीर्थाटन स्थल बदरीनाथ,हेमकुंड साहिब सहित अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलो में तीर्थ यात्रियों की आमद घटने लगी है. सोमवार को जहां भू बैकुंठ धाम बदरीनाथ में महज 448 श्रद्धालु पहुंचे. वहीं अब तक बदरीनाथ धाम में करीब 8 लाख 70 हजार 102 तीर्थ यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित किया है. वहीं उच्च हिमालयी क्षेत्र लोकपाल घाटी में आस्था केंद्र हेमकुंड साहिब में भी सोमवार को करीब 513 श्रद्धालु पहुंचे.
वहीं अब तक हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा में करीब 1 लाख 35 हजार 194 श्रद्धालुओं ने मत्था टेका है. ऐसे में अब मानसून सीजन के बाद ही अब इन उच्च हिमालयी धार्मिक पर्यटन स्थलों में तीर्थ यात्रियों की आमद बढ़ने की उम्मीदें हैं. वहीं बात करें फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क की तो इन दिनों खिले रंग बिरंगे अल्पाइन हिमालयी पुष्प सैलानियों और प्रकृति प्रेमियों को खूब आकर्षित कर रहे हैं. आजकल फूलों की इस खूबसूरत घाटी का प्राकृतिक सौंदर्य चरम पर है. हालांकि घाटी में पुष्पों की क्यारियां पहले से कम नजर आ रही हैं. बावजूद इसके अगर बारीकी से देखें तो करीब 45 से 50 प्रजाति के पुष्प पर्यटक इस 4 किलोमीटर के ट्रैक में आराम से देख सकते हैं.
जैव विविधता और अपनी प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस घाटी में पर्यटकों की आमद बढ़ गई है. पूरी घाटी में मौसम पल पल में रंग बदल रहा है, यहां प्रकृति प्रेमी कोहरे से ढके पुष्प वाटिकाओं को निहार रहे हैं. घाटी के मिडल प्वाइंट बामन धौड़ से आगे रिवर प्वाइंट तक बीच बीच में घाटी गुलाबी रंग में रंगी नजर आ रही है. आजकल घाटी में पर्यटक खासकर हिमालयी ब्लू पॉपी पुष्प को देखकर काफी खुश नजर आ रहे हैं.