देहरादून: विभिन्न मांगों को लेकर आज एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में यमुना कॉलोनी स्थित शिक्षा मंत्री के आवास को घेरने की कोशिश की. पुलिस ने यमुना कॉलोनी गेट से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान एनएसक्यूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस में विवाद हो गया. आगे बढ़ने को लेकर छात्रों और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई.
NTA पर प्रतिबंध लगाए जाने, देहरादून में एक सरकारी विश्वविद्यालय खोले जाने, प्रदेश में शिक्षा का बाजारीकरण बंद किए जाने जैसी मांगों को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी सौरभ यादव के नेतृत्व में शिक्षा मंत्री आवास घेराव करने यमुना कॉलोनी पहुंचे. इसके बाद छात्रों ने पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश की. इसके बाद उनकी पुलिसकर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक हो गई. आगे बढ़ने से रोके जाने से नाराज एनएसयूआई कार्यकर्ता वहीं सड़क पर धरने में बैठ गए. उन्होंने शिक्षा मंत्री और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पुलिस ने किसी तरह बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ कर हिरासत में ले लिया.
छात्र संगठन प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी और डीएवी छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल समेत करीब दो दर्जन छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद सुद्धोवाला जेल भेजा गया. जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया. इधर प्रदेश प्रभारी का कहना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा लगातार की जा रही धांधलियां किसी से छिपी नहीं हैं. इससे हमारे देश के भविष्य कहे जाने वाले छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में छात्र संगठन के कार्यकर्ता और प्रदेश के छात्र अपने भविष्य की चिंता को लेकर शिक्षा मंत्री से मिलने के लिए आए थे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी किए जाने की भी मांग उठाई.