गोरखपुर: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी की मौजूदगी में गोरखपुर में प्रदेश के पहले सीबीजी प्लांट का उद्घाटन होगा. इन दोनों नेताओं के हाथ से प्रदूषण को नियंत्रित और किसानों में खुशहाली लाने वाले इस प्लांट के उद्घाटन से देश के आर्थिक समृद्धि का भी द्वारा खुलेगा, जब शुक्रवार को धुरियापार में बने इंडियन ऑयल के सीबीजी प्लांट का लोकार्पण होगा.
इस अवसर पर सीएम योगी बांसगांव लोकसभा क्षेत्र को 222 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे. सीबीजी प्लांट धुरियापार की बंद चीनी मिल परिसर में 50 एकड़ परिसर में हुआ है. इस बायो फ्यूल कॉम्प्लेक्स के निर्माण कराने की जिम्मेदारी इंडियन ऑयल काॅरपोरेशन लिमिटेड को मिली थी.
जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 18 सितंबर 2019 को किया था. इसमें कंप्रेस्ड बायोगैस और कार्बनिक खाद तैयार की जाएगी.
इससे पराली से प्रदूषण नहीं होगा और किसानों की कमाई होगी. वहीं, देश विदेशी मुद्रा का क्रूड आयल मंगाने में जो खर्चा करती है, उसकी भी बचत होगी. यह जानकारी इंडियन ऑयल के अधिकारी पीसी गुप्ता ने दिया है.
इस कॉम्प्लेक्स में पहले चरण में सीबीजी (कंप्रेस्ड बायो गैस) और दूसरे चरण में एथेनाल का उत्पादन होना है. इंडियन ऑयल ने सीबीजी (कंप्रेस्ड बायो गैस) प्लांट का निर्माण धुरियापार चीनी मिल परिसर में 18 एकड़ भूमि पर 165 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से किया है.
इस प्लांट के निर्माण में 95 प्रतिशत स्थानीय सामग्री का उपयोग किया गया है. निर्माण पूर्ण होने के बाद यहां अक्टूबर 2023 से सीबीजी उत्पादन का ट्रायल किया जा रहा था. अब शुक्रवार को सीएम योगी इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे.
प्रतिदिन कितना होगा उत्पादन: निर्धारित क्षमता पर प्लांट प्रतिदिन 200 मीट्रिक टन कृषि अवशेष (धान का भूसा) 20 मीट्रिक टन प्रेसमड और 10 मीट्रिक टन मवेशियो के गोबर का उपयोग करेगा. बायोगैस प्लांट प्रतिदिन लगभग 20 मीट्रिक टन बायोगैस और 125 मीट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन करेगा.
इस प्लांट की अन्य महत्वपूर्ण विशेषताओ में से एक विशेषता यह है कि यह प्रदूषण के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है तथा दूसरी विशेषता यह है कि इसमें लिक्विड डिस्चार्ज शून्य है.
यहां उत्पादित बायोगैस को इस क्षेत्र के आसपास के स्थानीय इंडियन आयल पेट्रोल पंपों के माध्यम से बेचा किया जाएगा. इससे गोरखपुर के आसपास के सीएनजी चालित वाहनों को ईधन उपलब्ध कराया जाएगा.
कैसे किसानों की बढ़ेगी आय: प्लांट के लिए जरूरी 70000 मीट्रिक टन पराली गोरखपुर के आसपास के 30-35 हजार किसानों के माध्यम से उनके खेतों से एकत्रित की जाएगी. पराली एकत्रण का यह कार्य न केवल किसानों की आय में वृद्धि करने में सहायक होगा.
साथ ही पराली जलाने की समस्या से भी निजात मिलेगा. इसके साथ ही उत्पादन से वितरण तक विभिन्न प्रकार के रोजगार भी सृजित होंगे. सीबीजी प्लांट से उत्पादित जैविक खाद फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ मिट्टी के स्वास्थ्य की भी रक्षा करेगी.
पेयजल, सड़क और बाढ़ बचाव कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे सीएम: सीबीजी प्लांट का उद्घाटन करने के साथ ही शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बांसगांव संसदीय क्षेत्र में हर घर नल से जल पहुंचाने की 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे. इस पर 68 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि खर्च की गई है. इसके अलावा सीएम सड़क निर्माण व बाढ़ बचाव की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे.
शुक्रवार को 221 महिलाओं को मुख्यमंत्री के हाथों मिलेगी सिलाई मशीन: शुक्रवार को महाशिवरात्रि के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी है. महिला दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में चल रहे सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर 221 महिलाओं को निशुल्क सिलाई मशीन वितरित करेंगे. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण का यह कार्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सौजन्य से हो रहा है.
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