वाराणसी: तमाम क्षेत्रों के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी धर्मनगरी काशी का डंका बज रहा है. जिसकी एक तस्वीर बनारस में शुरू की गई लैब मित्रा सुविधा के रूप में भी देखी जा रही है. यूं तो यह सुविधा वाराणसी में पैथोलॉजी जांच के लिए मरीजों को घर बैठे रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए की गई थी.
लेकिन वर्तमान में ये सुविधा बनारस से बाहर निकलकर पूरे उत्तर प्रदेश में लैब रिपोर्ट के नाम से शुरू की गई है, जिससे यूपी के किसी भी अस्पताल में जांच कराने पर मरीज घर बैठे रिपोर्ट प्राप्त करने की सुविधा का लाभ ले सकता है.
बनारस में बीते साल मार्च में इस पहल की शुरुआत की गई थी. जिसके बाद यह मॉडल बनारस में सफल हुआ और उसके बाद अब पूरे प्रदेश में इसे लागू किया जा रहा है. इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि पहले पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट के लिए मरीज व उनके तीमारदार लाइन में लगते थे, उनकी दिक्कतों को देखते हुए लैब मित्रा की शुरुआत की गई थी, जिसका सकारात्मक परिणाम बनारस से नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है. इस मॉडल को पूरे प्रदेश में शुरू किया गया है. जहां पर ऑनलाइन पैथोलॉजी जांच की रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी जाएगी.
एक साल में डेढ़ लाख मरीजों ने किया उपयोग: उन्होंने बताया कि बनारस के आंकड़े को देख तो मार्च 2023 में इसकी शुरुआत की गई थी, तब से लेकर अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा मरीज लैब मित्रा से रिपोर्ट का लाभ ले चुके हैं. लगातार लोगों का इस पर भरोसा बढ़ रहा है और बनारस के सीएससी पीएचसी के कुल 19 सेंटरों पर इस सुविधा का लाभ मिल रहा है.
लैब मित्रा सुविधा का कैसे ले सकते हैं लाभ: वाराणसी में लैब मित्रा के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर आशुतोष सिंह बताते हैं कि, इसका लाभ बस कुछ प्रक्रियाओं को करने के साथ ही प्राप्त किया जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉक्टर के परिचय के अनुसार प्रयोगशाला जांच के लिए रजिस्टर्ड किया जाता है.
उसके बाद ऑनलाइन एक रिपोर्ट तैयार की जाती है,जिसमें मरीज का मोबाइल नंबर दिया जाता है और मोबाइल पर एक लिंक भेजा जाता है. इस लिंक पर क्लिक करने के साथ ही मरीज अपनी पूरी टेस्ट की रिपोर्ट घर बैठे प्राप्त कर सकता है.
लैब मित्रा की क्या है वैबसाइट: दूसरी प्रक्रिया के तहत मरिज स्वयं भी लैब मित्रा पोर्टल labmitravns.com पर जाकर के भी अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकता है. उन्होंने बताया कि सीएससी पर जांच करने के चार घंटे बाद और सरकारी अस्पताल में जांच करने के 12 घंटे बाद रिपोर्ट सारी मरीजों के फोन पर चली जाती है.
किन-किन अस्पतालों में मिल रही लैब मित्रा सुविधा
- डीडीयू राजकीय चिकित्सालय
- एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय
- जिला महिला चिकित्सालय
- एलबीएस चिकित्सालय रामनगर
- एसवीएम राजकीय भेलूपुर
- शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड
- शहरी सीएचसी सारनाथ
- सीएचसी चोलापुर
- सीएचसी मिसिरपुर
- सीएचसी हाथी बाजार
- सीएचसी नरपतपुर
- शहरी सीएचसी चौकाघाट
- शहरी सीएचसी काशी विद्यापीठ
- सीएचसी गंगापुर
- सीएचसी अराजीलाइन
- शहरी सीएचसी शिवपुर
- सीएचसी बिरांवकोट
- सीएचसी गाजोखर
- सीएचसी फूआरी कला
क्या कहते हैं लाभार्थी: इस सुविधा का लाभ लेने वाले सेवापुरी के मरीज पीके मिश्रा बताते हैं कि हमने एलएफटी, आरएफटी और शुगर की जांच कराई थी. जिसकी रिपोर्ट मुझे 4 घंटे के भीतर मोबाइल पर घर बैठे प्राप्त हो गई. हमें इसके लिए कहीं भाग दौड़ नहीं करना पड़ा. वहीं सीएससी चोलापुर की प्रियंका कहती है कि घर बैठे इस रिपोर्ट के मिल जाने से बार-बार चक्कर नहीं लगाना पड़ता, पहले जांच के लिए शहर की ओर भागना पड़ता था और इलाज में देरी होती थी लेकिन अब निजी पैथोलॉजी से भी ज्यादा बेहतर सुविधा इन सेंटरों पर मिल रही है.
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