ETV Bharat / state

अब सड़क से नहीं जल मार्ग से मणिकर्णिका घाट पहुंचाए जाएंगे शव, जाम से निपटने के लिए बनाई रणनीति - Varanasi Jam - VARANASI JAM

वाराणसी में बढ़ रहे जाम को देखते हुए प्रशासन ने अहम रणनीति तैयार की है. इसके तहत अब शवों को जल मार्ग से होकर मणिकर्णिका घाट पहुंचाया जाएगा.

पिे्
िे्प
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 28, 2024, 10:29 AM IST

वाराणसी : शहर में बढ़ रहे जाम को जाम को खत्म करने के लिए नई रणनीति तैयार की गई है. विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र और आसपास में आ रही गाड़ियों और पर्यटकों की भीड़ के मद्देनजर अब मणिकर्णिका घाट पर आने वाले शवों को नए रास्ते से घाट पर भेजा जाएगा. इसके लिए जिलाधिकारी और अन्य आला अधिकारियों ने मंगलवार को तैयार रूट मैप का जायजा लिया. नई व्यवस्था के अनुसार अब शव सड़क के रास्ते नहीं बल्कि गंगा के रास्ते मणिकर्णिका घाट तक पहुंचाए जाएंगे.

बनारस शहर के व्यस्ततम क्षेत्र मैदागिन, काशी विश्वनाथ मंदिर, गोदौलिया मार्ग से होकर लोग मणिकर्णिका घाट पर शवों लेकर लोग जाते थे. इससे कई बार उन्हें जाम की स्थिति से भी जूझना पड़ता था. अब शवों को बदले मार्ग से ले जाया जाएगा.

VARANASI JAM
VARANASI JAM

मंगलवार को जिलाधिकारी एस राजलिंगम और एडिशनल सीपी ला एंड आर्डर एस चन्नप्पा ने चौकाघाट, भैंसासुर घाट, मैदागिन चौराहा आदि स्थानों का दौरा किया. नए प्रावधान में अब शव वाहनों को भदऊ चुंगी होते हुए भैंसासुर घाट पर जाना होगा. यहां तीन एनडीआरएफ की बोट लगाई गईं हैं. बोट पूर्णतया निशुल्क हैं. इनके जरिए शव एवं परिजनों को जल मार्ग के रास्ते मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाया जाएगा.

एडिशनल सीपी ने कहा कि पुलिस अधिकारी शव लेकर आने वालों को सहानुभूतिपूर्वक समझा बुझाकर विभिन्न मार्गों से शव वाहनों को चयनित मार्ग पर डायवर्ट कराएंगे. इसके लिए संबंधित थानों की पुलिस, ट्रैफिक पुलिस आदि की ड्यूटी लगाई जाएगी.

जल्द ही नगर निगम की ओर से साइनेज आदि लगाए जाएंगे. शवों को लेकर आने वालों के विश्राम हेतु जिलाधिकारी की ओर से नगर निगम को भैंसासुर घाट पर एक बड़ा शेड लगवाने का निर्देश दिए गए हैं. पेयजल आदि की व्यवस्था भी की जाएगी. वहीं अधिकारियों की मौजूदगी में भैंसासुर घाट से एनडीआरएफ बोट द्वारा कई शवों को मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाया गया.

यह भी पढ़ें : कानपुर-सागर नेशनल हाईवे पर टक्कर के बाद 2 ट्रकों में लगी आग, जिंदा जल गए दोनों वाहनों के चालक

वाराणसी : शहर में बढ़ रहे जाम को जाम को खत्म करने के लिए नई रणनीति तैयार की गई है. विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र और आसपास में आ रही गाड़ियों और पर्यटकों की भीड़ के मद्देनजर अब मणिकर्णिका घाट पर आने वाले शवों को नए रास्ते से घाट पर भेजा जाएगा. इसके लिए जिलाधिकारी और अन्य आला अधिकारियों ने मंगलवार को तैयार रूट मैप का जायजा लिया. नई व्यवस्था के अनुसार अब शव सड़क के रास्ते नहीं बल्कि गंगा के रास्ते मणिकर्णिका घाट तक पहुंचाए जाएंगे.

बनारस शहर के व्यस्ततम क्षेत्र मैदागिन, काशी विश्वनाथ मंदिर, गोदौलिया मार्ग से होकर लोग मणिकर्णिका घाट पर शवों लेकर लोग जाते थे. इससे कई बार उन्हें जाम की स्थिति से भी जूझना पड़ता था. अब शवों को बदले मार्ग से ले जाया जाएगा.

VARANASI JAM
VARANASI JAM

मंगलवार को जिलाधिकारी एस राजलिंगम और एडिशनल सीपी ला एंड आर्डर एस चन्नप्पा ने चौकाघाट, भैंसासुर घाट, मैदागिन चौराहा आदि स्थानों का दौरा किया. नए प्रावधान में अब शव वाहनों को भदऊ चुंगी होते हुए भैंसासुर घाट पर जाना होगा. यहां तीन एनडीआरएफ की बोट लगाई गईं हैं. बोट पूर्णतया निशुल्क हैं. इनके जरिए शव एवं परिजनों को जल मार्ग के रास्ते मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाया जाएगा.

एडिशनल सीपी ने कहा कि पुलिस अधिकारी शव लेकर आने वालों को सहानुभूतिपूर्वक समझा बुझाकर विभिन्न मार्गों से शव वाहनों को चयनित मार्ग पर डायवर्ट कराएंगे. इसके लिए संबंधित थानों की पुलिस, ट्रैफिक पुलिस आदि की ड्यूटी लगाई जाएगी.

जल्द ही नगर निगम की ओर से साइनेज आदि लगाए जाएंगे. शवों को लेकर आने वालों के विश्राम हेतु जिलाधिकारी की ओर से नगर निगम को भैंसासुर घाट पर एक बड़ा शेड लगवाने का निर्देश दिए गए हैं. पेयजल आदि की व्यवस्था भी की जाएगी. वहीं अधिकारियों की मौजूदगी में भैंसासुर घाट से एनडीआरएफ बोट द्वारा कई शवों को मणिकर्णिका घाट पर पहुंचाया गया.

यह भी पढ़ें : कानपुर-सागर नेशनल हाईवे पर टक्कर के बाद 2 ट्रकों में लगी आग, जिंदा जल गए दोनों वाहनों के चालक

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.