बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के खाद, बीज और कृषि संबंधी दवा बेचने वाले व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए कृषि मंत्री ने घोषणा कि है कि, अब अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान दुकानें बंद मिलने पर चालान नहीं होगा. ये ऐलान बुधवार को बाराबंकी में कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने की. कृषि राज्यमंत्री एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित कृषि व्यापारी महाधिवेशन में की. इस मौके पर व्यापारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, वे अधिकारियों के जरिए निरीक्षण और सैम्पलिंग के बहाने एग्रो व्यापारियों का शोषण नहीं होने देंगे. इस मौके पर राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने व्यापारियों को पराली न जलाने की शपथ भी दिलाई.
शहर के जीआईसी ऑडिटोरियम में आयोजित एग्रो व्यापारियों के महाधिवेशन में बाराबंकी और लखनऊ सहित कई जिलों और दूसरे प्रदेशों के एग्रो व्यापारियों ने हिस्सा लिया. महाधिवेशन में एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अतुल त्रिपाठी ने कृषि राज्यमंत्री से व्यापारियों की परेशानियों को गिनाते हुए अधिकारियों पर शोषण किये जाने का आरोप लगाया. उन्होने मांग रखी कि एग्रो दुकानदारों को भी दुर्घटना बीमा दिया जाय. व्यापारियों ने मांग किया कि, औचक निरीक्षण का वे लोग स्वागत करते हैं लेकिन छापेमारी जैसे शब्द को हटाया जाय.
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि निर्देशों के बाद भी फर्टिलाइजर के सैंपल फेल होने पर संबंधित कंपनियों को पार्टी नहीं बनाया जा रहा, छोटे दुकानदारों का ही उत्पीड़न किया जा रहा है. व्यापारियों ने ये भी आरोप लगाया कि सैम्पल के नाम पर जरूरत से ज्यादा बीज ले लिया जाता है. कृषि राज्यमंत्री ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि उनका किसी भी कीमत पर शोषण नहीं होने दिया जाएगा. व्यापारियों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए राज्यमंत्री ने कहा कि, उनकी मांगों को कृषि मंत्री के साथ साथ मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचाया जाएगा.
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