कोरबा: कलेक्टर अजीत वसंत ने कलेक्ट्रेट दफ्तर में जिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की बैठक ली.बैठक में कलेक्टर ने सभी अफसरों को निर्दश दिए कि वो राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करें और शत प्रतिशत उपलब्धि इस क्षेत्र में हासिल हो इसके लिए काम करें. कलेक्टर ने इसके साथ ही ये भी कहा कि स्कूलों में स्वास्थ शिविर लगाए जाएं. बच्चों के आयुष्मान कार्ड बनाएं. कलेक्टर ने सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों को भी ड्यूटी पर मौैजूद रहने की हिदायत दी है. मरीजों को समय पर और बेहतर इलाज मिले इसके लिए काम करने को कहा है.
अब बच्चों के भी बनेंगे आयुष्मान कार्ड: कलेक्टर ने कहा है कि जिन इलाकों में पीवीटीजी के लोग रहते हैं उन इलाकों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं. दो से तीन महीने तक शिविर के जरिए उनको स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. शिविर के जरिए खून, शुगर, बीपी की जांच की जाए. आयुष्मान कार्ड कैसे बने इसकी भी जानकारी उनको दी जाए. पीवीटीजी परिवारों के बीच टीबी के मरीजों की पहचान के लिए जांच की जाए. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर उनको दवाएं दी जाएं. कलेक्टर ने नगरीय निकाय कटघोरा के 1142, छुरी के 371 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश भी दिए.
डेंगू, मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग को किया सतर्क: बैठक में कलेक्टर ने जिले में डेंगू, डायरिया, मलेरिया सहित अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक सभी तैयारियां सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है कि वो डेंगू, मलेरिया के संक्रमण के रोकथाम हेतु जनजागरूकता लाने के का भी काम करें.
हेल्थ सेंटर में प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश: कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि शत प्रतिशत प्रसव हेल्थ सेंटर में कराया जाए. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में माह में 10 प्रसव तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए. कलेक्टर ने कहा कि मितानिनों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का पंजीयन उनका नियमित स्वास्थ्य जांच एवं फालोअप लिए जाएं. कलेक्टर ने सिकलसेल स्क्रीनिंग समय-समय पर करने के निर्देश भी दिए हैं.