पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और पूर्व मंत्री संजय कुमार झा ने राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन किया है. बिहार में राज्यसभा की 6 सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होना है. 15 फरवरी नॉमिनेशन का अंतिम दिन है. जेडीयू कोटे से वशिष्ठ नारायण सिंह और अनिल हेगडे का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इस बार विधायकों की संख्या बल के हिसाब से जेडीयू को एक ही सीट मिलेगी, उसे एक सीट का नुकसान होने वाला है. वहीं, बीजेपी ने इस बार सुशील कुमार मोदी की जगह अति पिछड़ा समाज से आने वाले धर्मशीला गुप्ता और भीम सिंह को उम्मीदवार बनाया है.
"मुझे खुशी है कि भाजपा ने अति पिछड़ा समाज के 2 लोगों को राज्यसभा में जाने का मौका दिया है. मुझे लगातार 34 साल तक बिना रुकावट के देश के चारों सदनों में रहने का मौका दिया गया, इसके लिए मैं पार्टी का आभारी हूं"- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद, भारतीय जनता पार्टी
संजय झा जाएंगे राज्यसभा: जनता दल यूनाइटेड ने इस बार संजय झा को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है. संजय बिहार में जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री रह चुके हैं. पार्टी की ओर से उन्हें नई जिम्मेवारी दी गई है. उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए के तमाम वरिष्ठ नेता भी मौजूद रह सकते हैं.
कौन हैं संजय कुमार झा?: पूर्व मंत्री संजय झा मधुबनी जिले के झंझारपुर के अररिया संग्राम गांव के रहने वाले हैं. तीन दशक बाद मिथिलांचल से राज्यसभा जाने वाले ब्राह्मण समुदाय के नेता होंगे. संजय झा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से एमए की डिग्री ली है. जेडीयू की तरफ से उन्हें पहले एमएलसी बनाया गया, फिर मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी और अब राज्यसभा भेजने की तैयारी हो रही है. पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर लंबे समय से काम करते रहे हैं और दिल्ली के प्रभारी भी रहे हैं.
बीजेपी से संजय झा के अच्छे रिश्ते: संजय झा ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया भी दी है और नीतीश कुमार के प्रति कृतज्ञता जताई है. संजय झा का बीजेपी के कई नेताओं से काफी बेहतर संबंध रहा है. अरुण जेटली के काफी नजदीकी माने जाते रहे हैं. हालांकि अब अरुण जेटली नहीं है लेकिन उसके बाद भी बीजेपी में कई ऐसे नेता हैं, जिनसे संजय झा के अच्छे संबंध है और उसका लाभ नीतीश कुमार को मिल सकता है.
लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे संजय झा: बिहार की सियासत में इस बात की भी चर्चा है कि संजय झा असल में दरभंगा से चुनाव लड़ना चाहते थे. 2019 में भी इस दिशा में कोशिश हुई थी लेकिन दरभंगा सीट बीजेपी को चली गई थी. अब नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने के बाद दरभंगा सीट बीजेपी को मिलना तय है. शायद यही वजह है कि नीतीश कुमार ने संजय झा को राज्यसभा भेजने का बड़ा फैसला लिया है.
बिहार में राज्यसभा की 6 सीटों पर चुनाव: बिहार में जिन 6 सीटों पर चुनाव होना है, उनमें जेडीयू कोटे से दो सीट, बीजेपी से सुशील मोदी की सीट और आरजेडी से मनोज झा और अशफाक करीम की सीट और कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह की सीट खाली हो रही है. मनोज झा और अखिलेश सिंह का राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है. वहीं, बीजेपी को इस बार एक सीट का लाभ होने वाला है और दोनों सीट पर नाम की घोषणा भी कर दी है. भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता को मौका दिया गया है. आरजेडी की तरफ से अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.
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