पटना: बिहार विधानमंडल का सत्र 10 फरवरी से शुरू होगा, यह तो 29 जनवरी को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ दोनों डिप्टी सीएम की उच्च स्तरीय बैठक में तय हो गया था. अब विधानमंडल सत्र को लेकर अधिसूचना भी जारी हो गई है. इसके अनुसार 12 फरवरी को बिहार का बजट दोनों सदनों में पेश होगा. विधानमंडल की कार्यवाही अब 1 मार्च तक चलेगी और इस दौरान 12 बैठकें होंगी. पहले बिहार विधान मंडल का सत्र 5 फरवरी से शुरू होकर 29 फरवरी तक चलना था लेकिन इसमें बदलाव हुआ है.
10 फरवरी को नीतीश सरकार का फ्लोट टेस्ट: बिहार विधान मंडल सत्र को लेकर संसदीय कार्य विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार 10 फरवरी को नीतीश सरकार विश्वास मत प्राप्त करेगी. 10 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष को लेकर भी फैसला हो जाएगा. 10 फरवरी को ही राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे. वैसे तो शनिवार को सदन की कार्यवाही नहीं होती है लेकिन इस बार शनिवार से ही सदन की कार्यवाही शुरू की जा रही है. उसके बाद 12 फरवरी को बिहार का बजट दोनों सदनों में पेश होगा. वित्त मंत्री जो भी होंगे, वह बजट पेश करेंगे. हालांकि अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है. मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होने वाला है.
12 फरवरी को पेश होगा बिहार का बजट: संसदीय कार्य विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में 12 फरवरी को 2024-25 का बजट पेश करने के बाद 23 फरवरी को बजट पर चर्चा होगी और इसी दिन सरकार का उत्तर भी होगा. 14 फरवरी से 18 फरवरी तक बैठक नहीं होगी. 19 फरवरी से 22 फरवरी तक वित्तीय वर्ष 2024 -25 के बजट के विभिन्न विभागों के अनुदानों की मांगों पर चर्चा होगी और फिर उस पर मतदान होगा.
1 मार्च तक चलेगा विधानमंडल का सत्र: 23 फरवरी को बिहार के बजट पर चर्चा होगी और फिर मतदान होगा और 23 फरवरी को ही तृतीय अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा. इसके बाद 24 से 26 फरवरी तक बैठक नहीं होगी. 27 फरवरी को वर्ष 2023-24 के तृतीय अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी और सरकार का उत्तर होगा. 28 फरवरी को 2024- 25 के बजट से संबंधित विनियोग विधेयक पर चर्चा होगी और फिर सरकार का उत्तर होगा. वहीं, 1 मार्च को सरकार के जो भी कार्य बच जाएंगे, उसका निपटारा होगा और गैर सरकारी संकल्प पर भी चर्चा होगी.
मंत्रियों के विभागों का नहीं हुआ बंटवारा: लोकसभा चुनाव के कारण इस बार सत्र पहले से ही छोटा हो रहा है. पहले 5 फरवरी से 29 फरवरी तक सदन की कार्यवाही होनी था लेकिन बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन से निकलकर एनडीए में आने के कारण इसमें भी बदलाव हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ फिलहाल 8 मंत्रियों ने शपथ ली है, जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होना है.
क्या करेंगे अवध बिहारी चौधरी?: इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ विधायक नंद किशोर यादव की ओर से विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया गया है. 14 दिन के बाद ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होती है. इसी कारण 10 फरवरी से सदन की कार्यवाही शुरू हो रही है. 10 फरवरी तक यदि स्पीकर इस्तीफा नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ मतदान होगा और तब सरकार विश्वास मत प्राप्त करेंगे. उसी दिन दोनों सदनों को राज्यपाल संबोधित करेंगे. विधानमंडल सत्र को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही है और उसे अंतिम रूप दिया जा रहा है.
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