रायपुर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान NIT में जल्द ही हाईटेक चिप अनुसंधान के लिए एक रिसर्च डेवलपमेंट सेंटर की शुरुआत की जाएगी. बेंगलुरु की फर्म के साथ इसके लिए एक समझौता भी हो गया है जिसपर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर भी कर दिए हैं. इस बात की जानकारी खुद संस्थान की ओर दी गई. जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि उन्नत चिप अनुसंधान और विकास केंद्र का नाम ViBram सिलिकॉन हब होगा. NIT रायपुर की सहायक प्रोफेसर डॉ. सोनल यादव इसकी प्रमुख होंगी जो सेंटर का सारा काम देखेंगी.
NIT रायपुर और बेंगलुरु के विविडस्पार्क्स के बीच समझौता: हाईटेक टेक्नोलॉजी से बने चिप लाएंगे क्रांतिकारी परिवर्तन: सिलिकॉन हब में बनने वाले चिप का इस्तेमाल स्मार्ट फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, सर्वर सहित कई अन्य तकनीकी उपकरणों में इस्तेमाल किया जाएगा. बने चिप की मदद से सुनामी आने से पहले उसका पता लगाने में भी काम आएगा. सैटेलाइट लॉन्चिंग में भी इन चिपों का इस्तेमाल बखूबी किया जाएगा. टेक्टनोलॉजी का इस्तेमाल जीपीजीपीयू गेमिंग, वीडियो प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग, हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग सहित कई तीनीकों में किया जाएगा.
हाईटेक टेक्नोलॉजी से बने चिप लाएंगे क्रांतिकारी परिवर्तन: NIT रायपुर की सहायक प्रोफेसर डॉ. सोनल यादव और डॉ होलीमथ ने कहा कि ये नई पहल भारत के कंप्यूटेशनल जरुरतों को पूरा करेगा. रोजगार के नए नए अवसर भी पैदा करेगा. इसके साथ ही केंद्र सरकार को अपने शोध कार्यों और उत्पादों को अन्य देशों में निर्यात करने की भी अनुमति देगा. NIT रायपुर और बेंगलुरु के विविडस्पार्क्स के बीच हुए समझौते को काफी अहम माना जा रहा है. इस समझौते से NIT रायपुर सफलता के कई नए आयाम भी गढ़ेगा.