रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 6 वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. झारखंड सरकार के मंत्री वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए. सत्ता पक्ष के नेताओं का कहना है कि वह एक पार्टी विशेष का इवेंट बन गया था, इसलिए उनकी सरकार का कोई भी मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ. हालांकि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे इसकी कुछ और ही वजह बताते हैं.
पीएम मोदी ने रांची से 6 वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. हालांकि कार्यक्रम जमशेदपुर में होने वाला था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से पीएम का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका. लगातार हो रही बारिश के कारण पीएम समय पर जमशेदपुर नहीं पहुंच पाए इसलिए रांची एयरपोर्ट से ही उन्होंने 6 वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. जमशेदपुर में इसके लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में बीजेपी के बड़े नेता तो दिखे, लेकिन झारखंड सरकार की ओर से कोई इसमें शामिल नहीं हुआ. इस बारे में कहा गया कि झारखंड के मंत्रियों का इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था. हालांकि निशिकांत दुबे ने इसे गलत बताया है.
गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे से जब झारखंड के मंत्रियों के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा कि झारखंड सरकार के सभी मंत्री सीएम के दबाव के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. निशिकांत दुबे ने कहा जिन दो मंत्रियों का नाम कार्यक्रम के लिए तय था उनका नेम प्लेट बन गया था. लेकिन कार्यक्रम से एक दिन पहले जब रात में उन्होंने मंत्रियों से बात की तो उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया. निशिकांत दुबे का दावा है कि मंत्रियों ने उनसे कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए कहा है.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि रेलवे की तरफ से पहले जो विज्ञापन जारी किया गया था उसमे सभी जगह सीएम हेमंत सोरेन का नाम है. लेकिन जब उन्होंने मना कर दिया तो दूसरा विज्ञापन जारी किया गया जिसमें उनका नाम नहीं था. निशिकांत दुबे ने कहा कि मंत्रियों को अपने टिकट कटने का डर था. उन्हे लगता है कि हेमंत सोरेन जेएमएम का टिकट तो तय करेंगे ही साथ ही कांग्रेस का टिकट भी वहीं तय करेंगे. इसी डर के कारण मंत्री वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए.
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