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देश का पहला ROB क्रॉस करेगा एक साथ 6 रेलवे ट्रैक, अजूबा देखेगी दुनिया, खर्चा मात्र 90 करोड़

90 करोड़ रुपये से देश के पहले 6 रेलवे ट्रैक क्रॉस करने वाले निशातपुरा आरओबी का होगा निर्माण. मंत्री ने किया निर्माण स्थल का निरीक्षण

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 3 hours ago

Updated : 2 hours ago

भोपाल: राजधानी के निशातपुरा में कोच फैक्ट्री के पास बनने वाला आरओबी अपनी तरह का देश का इकलौता आरओबी होगा. इसमें करीब 90 करोड़ रुपये खर्च होंगे. गुरुवार को स्थानीय विधायक और मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत निशातपुरा कोच फैक्ट्री के पास प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया. मंत्री सारंग ने रेलवे, पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरओबी के प्लान की जानकारी लेकर निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

15 लाख की आबादी को मिलेगा लाभ

विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि यह आरओबी भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 1 के समीप द्वारिका नगर से होते हुए छोला स्थित श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पास उतरेगा. इसकी लंबाई लगभग 610 मीटर व चौड़ाई 9.50 मीटर होगी. उन्होंने बताया कि यह भोपाल का पहला आरओबी होगा जो 6 रेलवे ट्रैक को पार कर गुजरेगा जो देश के लिए इंजीनियरिंग का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करेगा. यह आरओबी भोपालवासियों के लिए बड़ी सौगात होगा. इसके निर्माण से लगभग 15 लाख की आबादी को लाभ होगा.

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90 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि लगभग 90 करोड़ की लागत से इस आरओबी का निर्माण किया जाएगा. रेलवे इसका निर्माण करेगा. प्रथम चरण में शासन द्वारा लगभग 72 करोड़ रुपये की राशि रेलवे को दी गई है. शीघ्र ही भूमिपूजन कर इसका कार्य प्रारंभ किया जाएगा. यह ब्रिज 18 माह में बनकर तैयार हो जाएगा. यह भोपालवासियों के लिए बड़ी सौगात होगी. इसके निर्माण से पुराने व नए भोपाल के साथ विदिशा, बैरसिया समेत आसपास के क्षेत्रों से रोड कनेक्टिविटी सुदृढ़ होगी. इससे क्षेत्रवासियों का आवागमन भी सुगम होगा.

15 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाने से मिलेगी निजात

उन्होंने बताया कि अभी भोपाल प्लेटफॉर्म 1 से छोला की ओर जाने के लिए छोटी गाड़ियों को पुलिया से होकर गुजरना पड़ता है, वहीं बड़ी गाड़ियों को स्टेशन प्लेटफॉर्म 1 से छोला की ओर जाने के लिए भारत टॉकीज आरओबी से लंबा चक्कर लगाना पड़ता है. इस आरओबी के निर्माण से 15 किलोमीटर का लंबा चक्कर नहीं लगाना होगा. साथ ही ट्रैफिक की समस्या से भी क्षेत्रवासियों को निजात मिलेगी.

मंत्री सारंग ने कहा कि भोपाल स्टेशन से एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को अभी पुराने भोपाल के ट्रेफिक से होकर गुजरना पड़ता है. जिसमें काफी समय लगता है. वहीं इस आरओबी के बन जाने से यात्री कम समय में भोपाल स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक से सीधे आरओबी से छोला की ओर होते हुए करोंद मार्ग से सीधे एयपोर्ट पहुंच सकेंगे.

भोपाल: राजधानी के निशातपुरा में कोच फैक्ट्री के पास बनने वाला आरओबी अपनी तरह का देश का इकलौता आरओबी होगा. इसमें करीब 90 करोड़ रुपये खर्च होंगे. गुरुवार को स्थानीय विधायक और मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत निशातपुरा कोच फैक्ट्री के पास प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया. मंत्री सारंग ने रेलवे, पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरओबी के प्लान की जानकारी लेकर निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

15 लाख की आबादी को मिलेगा लाभ

विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि यह आरओबी भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 1 के समीप द्वारिका नगर से होते हुए छोला स्थित श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पास उतरेगा. इसकी लंबाई लगभग 610 मीटर व चौड़ाई 9.50 मीटर होगी. उन्होंने बताया कि यह भोपाल का पहला आरओबी होगा जो 6 रेलवे ट्रैक को पार कर गुजरेगा जो देश के लिए इंजीनियरिंग का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करेगा. यह आरओबी भोपालवासियों के लिए बड़ी सौगात होगा. इसके निर्माण से लगभग 15 लाख की आबादी को लाभ होगा.

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90 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि लगभग 90 करोड़ की लागत से इस आरओबी का निर्माण किया जाएगा. रेलवे इसका निर्माण करेगा. प्रथम चरण में शासन द्वारा लगभग 72 करोड़ रुपये की राशि रेलवे को दी गई है. शीघ्र ही भूमिपूजन कर इसका कार्य प्रारंभ किया जाएगा. यह ब्रिज 18 माह में बनकर तैयार हो जाएगा. यह भोपालवासियों के लिए बड़ी सौगात होगी. इसके निर्माण से पुराने व नए भोपाल के साथ विदिशा, बैरसिया समेत आसपास के क्षेत्रों से रोड कनेक्टिविटी सुदृढ़ होगी. इससे क्षेत्रवासियों का आवागमन भी सुगम होगा.

15 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाने से मिलेगी निजात

उन्होंने बताया कि अभी भोपाल प्लेटफॉर्म 1 से छोला की ओर जाने के लिए छोटी गाड़ियों को पुलिया से होकर गुजरना पड़ता है, वहीं बड़ी गाड़ियों को स्टेशन प्लेटफॉर्म 1 से छोला की ओर जाने के लिए भारत टॉकीज आरओबी से लंबा चक्कर लगाना पड़ता है. इस आरओबी के निर्माण से 15 किलोमीटर का लंबा चक्कर नहीं लगाना होगा. साथ ही ट्रैफिक की समस्या से भी क्षेत्रवासियों को निजात मिलेगी.

मंत्री सारंग ने कहा कि भोपाल स्टेशन से एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को अभी पुराने भोपाल के ट्रेफिक से होकर गुजरना पड़ता है. जिसमें काफी समय लगता है. वहीं इस आरओबी के बन जाने से यात्री कम समय में भोपाल स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक से सीधे आरओबी से छोला की ओर होते हुए करोंद मार्ग से सीधे एयपोर्ट पहुंच सकेंगे.

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