खूंटीः पीएलएफआई नक्सलियों द्वारा लेवी वसूले जाने के मामले में एनआईए की टीम ने बुधवार को खूंटी में दो स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान एनआईए की टीम ने कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जब्त किए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामला झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में पीएलएफआई कैडरों द्वारा विभिन्न कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों और व्यापारियों से लेवी वसूली से संबंधित है.
एनआईए पीएलएफआई के खिलाफ कर रही जांच
पीएलएफआई नक्सलियों ने व्यवसायियों और ठेकेदारों के बीच आतंक पैदा करने के उद्देश्य से हत्या, आगजनी और हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश भी रची थी. मामले में आरसी-04/2023/एनआईए/आरएनसी के तहत में आगे की जांच जारी है.
खूंटी थाना क्षेत्र और तपकरा थाना क्षेत्र में छापेमारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार खूंटी जिले के तपकरा थाना क्षेत्र के डिगरी गांव निवासी सीता राम जायसवाल के घर पर एनआईए की टीम ने छापेमारी की है, जहां से एनआईए ने मोबाइल समेत कई डिजिटल एविडेंस बरामद किया है. जबकि दूसरी छापेमारी खूंटी थाना क्षेत्र के महादेव टोली में हुई है. बताया जा रहा है कि तापकारा में सीता राम जायसवाल के घर पूर्व में भी एनआईए ने छापेमारी की थी.
टेरर फंडिंग से जुड़ा है मामला
सूत्रों के अनुसार टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए की टीम ने खूंटी में दो स्थानों में छापेमारी की है. एनआईए यह जानकारी जुटा रही है कि आखिर पीएलएफआई नक्सली संगठन को कौन-कौन लोग आर्थिक रूप से मदद करती है. बताया जाता है कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से पूछताछ में एनआईए को टेरर फंडिंग मामले में कई अहम सबूत हाथ लगे थे, जिसके आधार पर एनआईए की टीम ने छापेमारी की है.
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