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छत्तीसगढ़ में ठगी का नया ट्रेंड, करोड़पति के बदले कंगालपति बन रहे लोग - Share Trade Fraud - SHARE TRADE FRAUD

Share Trade Fraud छत्तीसगढ़ में ठगी का नया ट्रेंड शुरु हो चुका है .अब ठगों ने लोगों को लूटने का नया प्लान तैयार कर लिया है. ठगों ने अब कॉल या एटीएम क्लोन करके ठगी के बजाए लोगों को अमीर बनाने का सपना दिखाकर ठगना शुरु किया है.इसके लिए ठगों ने सबसे बड़ा हथियार शेयर मार्केट को बनाया है.क्योंकि लोगों को ये तो पता है कि शेयर मार्केट से मुनाफा कमाया जा सकता है.लेकिन 80 फीसदी लोगों को ये नहीं मालूम कि शेयर में पैसा लगाने के बाद कितना और कैसे फायदा मिलता है.इन्हीं 80 फीसदी लोगों को ठग अपना शिकार बना रहे हैं.ताजा मामला भिलाई में देखने को मिला है.

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छत्तीसगढ़ में ठगी का नया ट्रेंड (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 22, 2024, 12:19 PM IST

भिलाई : भिलाई में बीएसपी कर्मी शेयर मार्केट से करोड़पति बनने के चक्कर में हजार पति बनकर रह गया. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के चक्कर में बीएसपी कर्मी से ठग ने 11 लाख 40 हजार रुपए ठग लिए. रिपोर्ट पर पुलिस मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. भिलाईनगर थाना पुलिस ने बताया कि स्ट्रीट 75 सेक्टर-6 निवासी दीपेश कुमार चुघ भिलाई स्टील प्लांट का कर्मचारी है.जिसके साथ ठगी की घटना हुई है.

कैसे ठगों ने फंसाया ?: पुलिस के मुताबिक दीपेश कुमार शेयर ट्रेडिंग सीखने के लिए सोशल मीडिया पर चलने वाले लिंक के जरिए दो अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया. जिसमें एक ग्रुप से 8 और दूसरे से 22 मार्च को जुड़ा. इन ग्रुपों में रोजाना ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्लासेज लगती थीं. इन ग्रुप के एडमिन शेयर ट्रेडिंग सीखने के साथ-साथ क्लास में जुड़े लोगों को कुछ पैसे भी देते थे. जिन्हें हर हफ्ते अकाउंट में भेज दिया करते थे. इस ग्रुप में क्लास के अलावा रोज एक शेयर का नाम भेजा जाता था, जिसे ग्रुप के लोग बड़ी-बड़ी रकम लगाकर खरीदते थे.इसके बाद उनका स्क्रीनशाट ग्रुप में भेजते थे. अगले दिन शेयर का प्राइज बढ़ने पर उस शेयर को बेचकर बड़ा प्रॉफिट कमाने का स्क्रीनशाट ग्रुप में उस ग्रुप के लोग शेयर करते थे.

5 हजार से लाखों की ठगी : दीपेश कुमार ने 5 हजार रुपए से इनवेस्ट करना शुरु किया. जिसके बाद उसे ऑनलाइन 17 हजार का प्रॉफिट दिखाया गया.इसके बाद दीपेश ने 60 हजार 300 रुपए इनवेस्ट किए. इतनी बड़ी रकम इनवेस्ट करने के बाद ठगों ने दीपेश को और ज्यादा पैसा लगाकर करोड़पति बनने का सपना दिखाया.ऐसा नहीं करने पर दीपेश को ग्रुप से हटाने की धमकी दी गई.दीपेश जो 60 हजार से ज्यादा का इनवेस्ट कर चुका था.उसने डर के कारण 5 लाख 60 हजार का लोन लिया.इसके बाद 5 मई को ठगों के बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए.इसके बाद दीपेश को अपने इनवेस्ट किए गए पैसों का प्रॉफिट 11 लाख 58 हजार रुपए दिखने लगा.

पैसे निकालने के लिए ठगी : ठगों ने दीपेश को और भी ज्यादा फायदा होने का लालच दिया और कहा कि IPO के जरिए ये पैसा डबल हो जाएगा. लिहाजा दीपेश को 10 लाख 15 हजार का निवेश करने को कहा गया. इस पर दीपेश ने 5 लाख रुपए दोस्तों और रिश्तेदारों से लेकर जमा कर दी.पैसा जमा करने के बाद दीपेश को 25 लाख रुपए एप पर दिखाई दिए.लेकिन इस पैसे को निकालने के लिए फिर से 7 लाख रुपए टैक्स जमा करने को कहा गया. दीपेश को समझ में आ गया कि वो अब ठगा जा चुका है.

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कैसे ठगों ने फंसाया ?: पुलिस के मुताबिक दीपेश कुमार शेयर ट्रेडिंग सीखने के लिए सोशल मीडिया पर चलने वाले लिंक के जरिए दो अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया. जिसमें एक ग्रुप से 8 और दूसरे से 22 मार्च को जुड़ा. इन ग्रुपों में रोजाना ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्लासेज लगती थीं. इन ग्रुप के एडमिन शेयर ट्रेडिंग सीखने के साथ-साथ क्लास में जुड़े लोगों को कुछ पैसे भी देते थे. जिन्हें हर हफ्ते अकाउंट में भेज दिया करते थे. इस ग्रुप में क्लास के अलावा रोज एक शेयर का नाम भेजा जाता था, जिसे ग्रुप के लोग बड़ी-बड़ी रकम लगाकर खरीदते थे.इसके बाद उनका स्क्रीनशाट ग्रुप में भेजते थे. अगले दिन शेयर का प्राइज बढ़ने पर उस शेयर को बेचकर बड़ा प्रॉफिट कमाने का स्क्रीनशाट ग्रुप में उस ग्रुप के लोग शेयर करते थे.

5 हजार से लाखों की ठगी : दीपेश कुमार ने 5 हजार रुपए से इनवेस्ट करना शुरु किया. जिसके बाद उसे ऑनलाइन 17 हजार का प्रॉफिट दिखाया गया.इसके बाद दीपेश ने 60 हजार 300 रुपए इनवेस्ट किए. इतनी बड़ी रकम इनवेस्ट करने के बाद ठगों ने दीपेश को और ज्यादा पैसा लगाकर करोड़पति बनने का सपना दिखाया.ऐसा नहीं करने पर दीपेश को ग्रुप से हटाने की धमकी दी गई.दीपेश जो 60 हजार से ज्यादा का इनवेस्ट कर चुका था.उसने डर के कारण 5 लाख 60 हजार का लोन लिया.इसके बाद 5 मई को ठगों के बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए.इसके बाद दीपेश को अपने इनवेस्ट किए गए पैसों का प्रॉफिट 11 लाख 58 हजार रुपए दिखने लगा.

पैसे निकालने के लिए ठगी : ठगों ने दीपेश को और भी ज्यादा फायदा होने का लालच दिया और कहा कि IPO के जरिए ये पैसा डबल हो जाएगा. लिहाजा दीपेश को 10 लाख 15 हजार का निवेश करने को कहा गया. इस पर दीपेश ने 5 लाख रुपए दोस्तों और रिश्तेदारों से लेकर जमा कर दी.पैसा जमा करने के बाद दीपेश को 25 लाख रुपए एप पर दिखाई दिए.लेकिन इस पैसे को निकालने के लिए फिर से 7 लाख रुपए टैक्स जमा करने को कहा गया. दीपेश को समझ में आ गया कि वो अब ठगा जा चुका है.

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