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AMU की नई कुलपति चार्ज संभालते ही एक्शन में आईं, उत्पाती और अराजक तत्व हॉस्टल से किए जाएंगे बाहर - Aligarh Muslim University - ALIGARH MUSLIM UNIVERSITY

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज संभालते ही प्रोफेसर नईमा खातून एक्शन में आ गई हैं. वीसी ने AMU में उत्पाती और अवांछनीय तत्वों को हॉस्टल से बाहर किए जाने का निर्णय लिया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 28, 2024, 7:41 PM IST

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज संभालते ही प्रोफेसर नईमा खातून एक्शन में आ गई हैं. वीसी ने AMU में उत्पाती और अवांछनीय तत्वों को हॉस्टल से बाहर किए जाने का निर्णय लिया है. एएमयू के हॉस्टल में करीब 17 हजार छात्र-छात्राओं की क्षमता है. वहीं छात्रावासों में 20 हजार से अधिक विद्यार्थी रह रहे हैं. एएमयू की नई वाइस चांसलर ने नए सिरे से छात्रावासों को अलाट करने का निर्देश दिया है.

कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है. नई कुलपति के फरमान के बाद छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वालों में खलबली मच गई है.

एएमयू कैंपस और छात्रावासों में आए दिन मारपीट, फायरिंग और गैरकानूनी गतिविधियों की खबरें आती रहती हैं. जिससे विश्वविद्यालय की छवि पर असर पड़ता है. वहीं, आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं. प्रो. नईमा खातून ने पदभार ग्रहण करने के बाद पठन-पाठन में सुधार के लिए विश्वविद्यालय की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने को प्राथमिकता में रखा है. विश्वविद्यालय की कमान संभालने के बाद उन्होंने अपनी मंशा जाहिर कर दी है. कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून 22 अप्रैल की रात को ही पदभार ग्रहण कर लिया था.

एएमयू के छात्रावासों में लगभग 17 हजार छात्र-छात्राओं के रहने की क्षमता निश्चित है, हालांकि वर्तमान में करीब 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थी रह रहे हैं. नियम के विपरीत छात्रावासों में क्षमता से अधिक छात्रों के रहने पर कई बार सवाल भी उठ चुके हैं, इसमें कई बार बाहरी व पूर्व छात्रों के कब्जे होने का मामला भी सामने आ चुका है. हालांकि इस मामले में प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि कुलपति ने कैंपस के अंदर लॉ एंड ऑर्डर का पालन और छात्रावासों में बाहरी लोगों को बेदखल कर नए सिरे से आवंटित करने का निर्देश दिया है.

6 दिसंबर 2023 को छात्रों के दो गुटों की मारपीट व गोलीबारी में मेडिकल की एक छात्रा घायल हो गई थी, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहे पूर्व छात्र व अवांछनीय तत्वों को बाहर निकालने का फरमान जारी किया था, लेकिन यह फरमान ठंडे बस्ते में पड़ा रहा. एएमयू के कई हॉस्टल में कुछ महीनो में कई बार आपराधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं. अधिकांश मामलों में छात्रावासों के छात्र, पूर्व छात्र और बाहरी युवकों की संलिप्ता शामिल रही है. वहीं, एटीएस द्वारा एएमयू के छात्रावास से चार छात्रों को गिरफ्तार की गई. इन छात्रों की पाकिस्तान के आतंकी संगठन व आईएसआईएस से भी संबंध होने के मामले सामने आए थे. 10 अक्टूबर 2023 को छात्रों के गुट ने फिलीस्तीन के समर्थन में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर जुलूस भी निकाला था. इस आरोप में चार छात्रों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था.

यह भी पढ़ें : AMU में पढ़ीं, लेक्चरर रहीं अब कुलपति बनीं नईमा खातून: पति ने सौंपी वीसी की कुर्सी, केंद्रीय विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार - Aligarh Muslim University

यह भी पढ़ें : AMU की पहली महिला कुलपति बनीं प्रोफेसर नईमा खातून, चयन प्रक्रिया पर उठे थे सवाल - Aligarh Muslim University

अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज संभालते ही प्रोफेसर नईमा खातून एक्शन में आ गई हैं. वीसी ने AMU में उत्पाती और अवांछनीय तत्वों को हॉस्टल से बाहर किए जाने का निर्णय लिया है. एएमयू के हॉस्टल में करीब 17 हजार छात्र-छात्राओं की क्षमता है. वहीं छात्रावासों में 20 हजार से अधिक विद्यार्थी रह रहे हैं. एएमयू की नई वाइस चांसलर ने नए सिरे से छात्रावासों को अलाट करने का निर्देश दिया है.

कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है. नई कुलपति के फरमान के बाद छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वालों में खलबली मच गई है.

एएमयू कैंपस और छात्रावासों में आए दिन मारपीट, फायरिंग और गैरकानूनी गतिविधियों की खबरें आती रहती हैं. जिससे विश्वविद्यालय की छवि पर असर पड़ता है. वहीं, आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं. प्रो. नईमा खातून ने पदभार ग्रहण करने के बाद पठन-पाठन में सुधार के लिए विश्वविद्यालय की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने को प्राथमिकता में रखा है. विश्वविद्यालय की कमान संभालने के बाद उन्होंने अपनी मंशा जाहिर कर दी है. कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून 22 अप्रैल की रात को ही पदभार ग्रहण कर लिया था.

एएमयू के छात्रावासों में लगभग 17 हजार छात्र-छात्राओं के रहने की क्षमता निश्चित है, हालांकि वर्तमान में करीब 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थी रह रहे हैं. नियम के विपरीत छात्रावासों में क्षमता से अधिक छात्रों के रहने पर कई बार सवाल भी उठ चुके हैं, इसमें कई बार बाहरी व पूर्व छात्रों के कब्जे होने का मामला भी सामने आ चुका है. हालांकि इस मामले में प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि कुलपति ने कैंपस के अंदर लॉ एंड ऑर्डर का पालन और छात्रावासों में बाहरी लोगों को बेदखल कर नए सिरे से आवंटित करने का निर्देश दिया है.

6 दिसंबर 2023 को छात्रों के दो गुटों की मारपीट व गोलीबारी में मेडिकल की एक छात्रा घायल हो गई थी, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहे पूर्व छात्र व अवांछनीय तत्वों को बाहर निकालने का फरमान जारी किया था, लेकिन यह फरमान ठंडे बस्ते में पड़ा रहा. एएमयू के कई हॉस्टल में कुछ महीनो में कई बार आपराधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं. अधिकांश मामलों में छात्रावासों के छात्र, पूर्व छात्र और बाहरी युवकों की संलिप्ता शामिल रही है. वहीं, एटीएस द्वारा एएमयू के छात्रावास से चार छात्रों को गिरफ्तार की गई. इन छात्रों की पाकिस्तान के आतंकी संगठन व आईएसआईएस से भी संबंध होने के मामले सामने आए थे. 10 अक्टूबर 2023 को छात्रों के गुट ने फिलीस्तीन के समर्थन में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर जुलूस भी निकाला था. इस आरोप में चार छात्रों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था.

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