रायपुर: NEET परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर छात्र संगठन NSUI ने मोर्चा खोल दिया है. NSUI ने नीट रिजल्ट की सीबीआई से जांच की मांग को लेकर रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह को ज्ञापन सौंपा है. एनएसयूआई ने नीट परीक्षा में गड़बड़ी मामले की जांच पूरी तरह से सीबीआई को सौंप दिए जाने की मांग की है.
एक ही परीक्षा केन्द्र के कई छात्रों को मिले फुल मार्क: इस बारे में एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा ने बताया कि, "नीट परीक्षा में 67 स्टूडेंट्स को 720 में से 720 अंक दिए गए. यह अविश्वसनीय घटना है. बड़ी बात ये है कि हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र से कई बच्चों को 720 में से 720 अंक मिले हैं. कई छात्रों को मिली ओएमआर शीट के अनुसार उन्हें जितने अंक मिलने चाहिए, उससे काफी कम या काफी ज्यादा अंक दे दिए गए हैं."
राज्यपाल से मिलने के लिए मांगा समय: इसके साथ ही NSUI ने मांग की है कि जल्द ही इस मामले में जांच होनी चाहिए. ताकि मेडिकल की पढ़ाई करने वाले हमारे देश के भावी डॉक्टरों का भविष्य खराब ना हो. जल्द ही इस मामले में NSUI का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है.
NSUI के सवाल:
- NEET की परीक्षा के पैटर्न के अनुसार 719 या 718 नंबर आना संभव ही नहीं है, तो एजेंसी NTA ने यह स्कोर कार्ड कैसे जारी किए.
- एक ही परीक्षा सेंटर से 5 से अधिक छात्रों का टॉप रैंक स्टूडेंट्स में होना सवाल खड़े करता है.
- घोटाले की इस खबर को जानबूझकर छिपाने के लिए परिणाम को जल्दबाजी में चुनावी रिजल्ट के टाइम जारी किया गया, ताकि यह मुद्दा गायब हो जाए.
- सभी महत्वपूर्ण परीक्षाओं जैसे JEE, NEET, NET, CUET को प्राइवेट घोटालेबाज संस्था NTA को मोदी सरकार ने सौंपकर यह बता दिया है कि वे शिक्षा के निजीकरण में विश्वास रखते हैं.