वाराणसी: नीट 2024 में हुई गड़बड़ियों को लेकर कानपुर के बाद अब वाराणसी में भी छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है. हजारों की संख्या में छात्र सड़क पर उतर आए हैं. शनिवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान छात्रों का कहना था कि नीट यूजी परीक्षा 2024 को तत्काल प्रभाव से रद किया जाना चाहिए और सरकार, प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए. छात्रों का बढ़ता गुस्सा देख मौके पर पहुंची पुलिस ने खासा मशक्कत के बाद छात्रों को समझाकर शांत कराया.
शनिवार की सुबह बनारस के कोचिंग संस्थानों के हजारों छात्र BHU के मुख्य द्वार पर इकट्ठा हुए. इस दौरान छात्रों ने नारेबाजी के साथ जमकर विरोध प्रदर्शन की शुरुआत. छात्रों का कहना रहा कि नीट यूजी परीक्षा में कई गड़बड़ियां हैं, जिसको लेकर हम सभी परीक्षा को रद करने की मांग कर रहे हैं.
विरोध करने वाली छात्रा कृतिका ने कहा कि 2024 परीक्षा में लगभग 24 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया था. जिसमें 13 लाख छात्र पास हुए. लेकिन अब तक के इतिहास में पहली बार हुआ जब 67 छात्रों को एक रैंक हासिल हुई और एक ही केंद्र में 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर भी मिले.
आज तक कभी ऐसा हुआ नहीं था. उन्होंने कहा कि, नीट के स्कोर के आधार पर मेडिकल कॉलेज में छात्रों को दाखिला मिलता है. इसलिए मेहनत करते हैं. बीते 4 जून को जब परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया तब से नतीजे को देखकर के हम सभी छात्र आक्रोशित हैं.
वर्तमान में सोशल मीडिया पर भी लगातार लोग मैसेज कर रहे हैं. एक्स पर हैशटैग नीट रद करो का ट्रेंड चलाया जा रहा है. इसी क्रम में बनारस में भी हजारों की संख्या में छात्रों ने इस परीक्षा को रद करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया है.
क्या है NEET: नीट मतलब नेशनल एलिजिबिलिटी एंड एंट्रेंस टेस्ट के जरिए मेडिकल कोर्स में दाखिला लिया जाता है. देश के किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने के लिए इस परीक्षा को देना अनिवार्य होता है. इसी की रैंक के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलता है.
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